शिरोमणि अकाली दल, आप सांसद भगवंत मान के खिलाफ पहुंची चुनाव आयोग

चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद भगवंत मान के खिलाफ पंजाब की सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल ने चुनाव आयोग पहुंचकर कार्रवाई की मांग की है | एक वीडियो जारी कर अकाली नेताओं ने आरोप लगाया है कि संगरूर से सांसद भगवंत मान ने लोगों को अकाली नेताओं पर पत्थर बरसाने के लिए उकासाया है | भगवंत मान के उस वीडियो की एक कॉपी अकाली नेताओं ने चुनाव आयोग को भी सौंपी है |  जबकि आप और मान दोनों ने इस तरह के किसी भी वीडियो से इनकार किया है|

रिपोर्ट्स के मुताबिक इस वीडियो में भगवंत मान कह रहे हैं- ‘आ जायें गांव में अबकी बार, पता लग जाएगा। लोग हाथों में पत्थर उठाकर बैठे हैं। पत्थर इस बार खत्म हो जाएंगे। आधे पत्थर इन पर फेंक देना आधे बचा कर रख लेना। पत्थर अब ब्लैक में बिकेंगे। एक दूसरे के घर जाकर आप लोग पत्थर मांगा करोगे कि अकाली दल की रैली है वहां फेंकने के लिए 50 पत्थर ही उधार दे दे भाई और सामने वाला कहेगा कि भाई हमारे पास तो पहले ही पत्थर कम है। हम चार लोग हैं और हमारे पास 40 पत्थर हैं। 10-10 पत्थर ही हिस्से में आए हैं। तेरे को कहां से दे दें। यह हाल होगा और…..पत्थर तो पत्थर होता है….पता नहीं कहां से चला होता है। आज तक पत्थर फेकने वाले पकड़े नहीं गए। तालियां मार दो….अगर आपको बात पल्ले पड़ गई हो तो।’

पंजाब के उप मुख्‍यमंत्री सुखबीर बादल के काफिले पर कुछ दिनों पहले पथराव किया गया था| इसमें पुलिस की गाडि़यों को नुकसान पहुंचा था और चार लोगों को चोटें आई थीं| फाजिल्‍का जिले के जलालाबाद में रैली को संबोधित कर लौटते वक़्त सुखबीर बादल पर ये पथराव किया गया था | जलालाबाद सुखबीर बादल का विधानसभा क्षेत्र है |

पुलिस ने इस मामले में अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है|रविवार को चुनाव प्रचार के तहत कई गांवों में रैलियों को संबोधित करने के बाद कंधवाला हजार खान से निकलते वक़्त उन पर पथराव किया गया|  जब पथराव शुरू होने के वक़्त तक बादल की गाड़ी रवाना हो चुकी थी|
गौरतलब है कि विवादों से भगवंत मान का पुराना नाता है|  संसदीय समिति ने उन्हें संसद की सुरक्षा से खिलवाड़ करने का भी दोषी ठहराया है | जिसकी वजह से उन्हें संसद के शीतकालीन सत्र से सस्पेंड कर दिया गया था | इस मामले में सदन में संसदीय कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पेश की थी जिसमें संसद के शीतकालीन सत्र से मान को सस्पेंड करने की सिफारिश की गई थी|  बता दें, जुलाई महीने में सांसद मान ने संसद के अंदर से फेसबुक पर लाइव किया था|  इसके बाद भगवंत मान ने 22 जुलाई को इस मामले में बिना शर्त माफी मांग ली थी लेकिन मामला यहां तक ही शांत नहीं हुआ| एक कमेटी मामले की जांच के लिए बनाई गई|