शिवपाल का ऑपरेशन क्लीन: 15 जिलो में फेरबदल, नए लोगो को कमान, अखिलेश समर्थक मायूस

फैसल फरीद

लखनऊ: पारिवारिक झगडे से उबरने की कोशिश कर रही समाजवादी पार्टी में आजकल बदलाव की राजनीती चल रही हैं। प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव अपने ऑपरेशन क्लीन के ज़रिये नए लोगो को अध्यक्ष बना रहे हैं और एक नयी टीम खड़ी करने की तरफ काम कर रहे हैं।

प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने अपना कार्यभर सँभालने के बाद से ही लगातार सपा के संगठन में फेरबदल शुरू कर दी हैं। इस बदलाव को सपा के अंदरूनी हलचल से भी जोड़ा जा रहा हैं। आमतौर पर संगठन में पड़ उसी व्यक्ति को मिलता है जो मुलायम और उनके परिवार के प्रति वफादार रहा हो। लेकिन अब जब परिवार ही अलग अलग होता दिख रहा हैं तो ज़ाहिर है पद पर भी अपने अपने लोग एडजस्ट होंगे।

पिछले 15 दिनों में शिवपाल ने तीन बार पार्टी के जिला अध्यक्ष बदलने की कार्यवाही की हैं। शनिवार को बागपत, फतेहपुर, जालौन, मऊ और मुज़फ्फरनगर की जिला इकाईयों भंग कर दी। सभी जगह नए जिला अध्यक्ष तैनात कर दिए गए और निर्देश दिया गया की अपनी जिला कार्यकारिणी जल्द गठित कर प्रदेश मुख्यालय को सूचित करें। इससे पहले भी 20 नवम्बर को सात जिला अध्यक्ष और एक महानगर अध्यक्ष बदला था और  28 नवम्बर को दो जिला इकाई और एक नगर इकाई में नए अध्यक्ष तैनात किये थे।

इससे पहले शिवपाल ने प्रदेश मुख्यालय में व्यापक फेरबदल कर दी थी। प्रदेश प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी को प्रवक्ता पद से हटा दिया था। चौधरी मुख्यमंत्री के करीबी हैं अब अखिलेश यादव के साथ जनेश्वर मिश्र-लोहिया के लोग नामक ट्रस्ट से प्रेस नोट भेजते हैं। एम् एल सी एस आर एस यादव जो पार्टी के प्रदेश सचिव थे और पूरी पार्टी के कर्ताधर्ता थे उनको भी हटा दिया गया। उनकी जगह पर मुलायम के राजनितिक सचिव वीरेंद्र सिंह को तैनात कर दिया। यादव भी अखिलेश के साथ ट्रस्ट में जा कर बैठने लगे हैं। शिवपाल ने प्रवक्ताओ की पूरी फ़ौज खड़ी कर दी हैं। उसमे बहुत से नाम ऐसे भी जिन्हें अखिलेश का विरोधी समझा जाता हैं।

इसके अलावे अखिलेश के समर्थक युवा नेता जिन्होंने फ्रंटल संगठनो के पद से इस्तीफा दे दिया था उनकी जगह नए अध्यक्ष बना दिया। अब जबकि युवाओ ने मुलायम ने माफ़ी मांग ली है लेकिन उनकी वापसी नयी होती दिख रही। पद मिलना तो दूर की बात है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने युवा समर्थको के ज़ख्मो पर मरहम लगते हुए उनको वाई श्रेणी की सुरक्षा दे दी हैं।

अखिलेश के एक मंत्री पवन पाण्डेय को पार्टी से बर्खास्त कर दिया और अभी तक उनकी वापसी नहीं हुई। कई विधायक जो अखिलेश और रामगोपाल के करीबी थे वो भी पार्टी से अभी बाहर ही हैं।

ऐसे में शिवपाल अपने ऑपरेशन क्लीन को जारी रखे हुए हैं और लगातार नए लोगो को पद दिया जा रहा हैं। ऐसे में वो अपने पक्ष में एक माहौल भी बनाते जा रहे हैं जो भविष्य में उनके साथ खड़ा रहे।