शिवसेना का केंद्र पर हमला, पूछा नोटबंदी से कौन सा मकसद हुआ पूरा?

मुंबई: 1971 में इंदिरा गाँधी द्वारा नोटबंदी का फैसला न लिए जाने का उल्लेख करते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने नोटबंदी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नोटबंदी का मूल उद्देश्य पूरा होते नहीं दिख रहा. क्योंकि लोगों का बैंक के बाहर कतारों मरने का सिलसिला जारी है. साथ ही उन्होंने कहा कि आतंकवादियों का भी लगातार हमला जारी है.

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आजतक के हवाले से, मुंबई के एक समारोह मे शिवसेना प्रमुख ने पीएम मोदी के उस बयान का जवाब दिया जिसमे मोदी ने कहा था कि ‘इंदिरा गांधी 1971 में नोटबंदी के फैसले को लागू नहीं किया क्योंकि उनमें इस फैसले को लागू करने की हिम्मत नहीं थी’. इस पर उन्होंने कहा कि 1978 में मोरारजी देसाई ने नोटबंदी का फैसला लिया था लेकिन उसके बावजूद तब इकॉनमी बेहतर क्यों नहीं हुई थी.

ठाकरे ने कहा कि नोटबंदी की घोषणा करते हुए बीजेपी ने कहा था कि इससे आतंकवादी हमले खत्म हो जाएंगे लेकिन क्या यह हुआ? जवानों ने दुश्मन की गोलियों का सामना किया, हमारे जवान पहले की तरह शहीद हो रहे हैं. और देश की सेवा की लेकिन सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें अपना धन नहीं मिल पा रहा है. यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि अब वे खुद की गोलियों से मर रहे हैं. आम आदमी को होने वाली कठिनाइयों को लेकर केंद्र सरकार पर प्रहार करते हुए शिवसेना प्रमुख ने इस फैसले के उद्देश्य पर भी सवाल उठाए.