शिवसेना ने आज आज केंद्र सरकार के वादों का हवाला देते हुए कहा कि कहाँ हैं अच्छे दिन| शिवसेना के प्रमुख प्रवक्ता भाजपा सरकार पर जमकर बरसे उन्होंने कहा कि यह त्यौहार शनिवार को ख़त्म हो जायेगा लेकिन अर्थव्यवस्था के कारण लोगों का दिवाला निकला हुआ है उसका क्या| शिवसेना ने कहा कि नोट्बंदी, जीएसटी से मार झेल रहे लोगों की दिवाली इस बार फीकी जा रही है| जीएसटी की वजह से व्यापारी के साथ साथ आम जनता का भी दिवाला निकला हुआ है| शिवसेना ने भाजपा की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार ने लोगों की भावनाओं से खेला है| अब आने वाले समय में जनता इसका जवाब देने के लिए तैयार है|
एक समाचार पत्रिका ‘सामना’ में लिखे संपादकीय में शिवसेना ने कहा कि वर्तमान समय भारत की स्थिति दयनीय है| सिर्फ एक झूठ का बाज़ार फैलाया जा रहा है| हर जगह झूठ बोला जा रहा है| अब जनता को भी इसका जवाब देने के लिए तैयार रहना चाहिए| आम जनता के साथ झूठे वादों का सहारा लेकर भाजपा सरकार ने उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है| शिवसेना ने कहा की दीपावली पर लक्ष्मी पूजा करते समय लोगों को प्रार्थना करनी चाहिए कि नोटबंदी जैसी कोई चीज़ फिर से न आये और लोगों की खून पसीने की कमाई उनसे न छीने|
शिवसेना ने कहा कि नोटबंदी तथा जीएसटी की वजह से अर्थव्यवस्था लड़खड़ा गई है जिसमें छोटे व्यापारी से लेकर बड़े व्यापारी तक परेशान हैं| व्यापारी पिछले 11 माह से उपभोक्ता का इंतजार कर रहे हैं| शिवसेना पार्टी ने यह सवाल किया कि अच्छे दिन की दिवाली कहां है ? किसानों की आत्महत्या क्यों नहीं रुक रही है ? पिछली सरकार के समय पूरी तरह खत्म हो चुकी बिजली कटौती फिर से शुरू क्यों हो गई?
शरीफ़ उल्लाह