शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ को प्रतिबंधित करने की भाजपा ने की मांग

मुंबई: भारतीय जनता पार्टी की एक प्रवक्ता ने चुनाव आयोग से पत्र लिखकर शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ का प्रकाशन तीन दिन तक बंद करने की अपील की है। भाजपा के प्रवक्ता ने दावा किया है कि नगर निकाय चुनाव में प्रचार खत्म होने के बाद भी यह पत्र मतदाताओं को प्रभावित करेगा।

भाजपा राज्य इकाई की प्रवक्ता श्वेता शालिनी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि चुनाव से दो दिन पहले पार्टियों और प्रत्याशियों से जुड़े किसी भी सामग्री को प्रकाशित करने या प्रचारित करने पर रोक होती है। हालांकि शिव सेना सा मुखपत्र लगातार सामना इसका उल्लंघन कर रहा है।

शालिनी ने कहा कि मतदान की तारीखों को देखते हुए 16, 20 और 21 फरवरी को सामना के प्रकाशन पर रोक होनी चाहिए। वहीं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शालिनी के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सामना को बंद करना कभी संभव नहीं है।

उद्धव ने इसकी तुलना आपातकाल से की और कहा, “मुझे संदेश मिला है कि भाजपा ने चुनाव आयोग से शिकायत कर सामना का तीन दिन प्रकाशन बंद करने की मांग की है। मेरा सवाल है कि क्या आप आपातकाल लागू करने के लिए इंदिरा गांधी पर आरोप लगाते हैं, क्या यह आपातकाल नहीं है?”

उद्धव ने कहा कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री प्रचार के लिए चुनाव वाले इलाकों में क्यों जाते हैं। जब तक आदर्श आचार संहिता लागू है तब तक मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को प्रचार की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।