शिवसेना ने मुफ्ती को कहा “गीदड की औलाद”

शिवसेना ने अपने अखबार “सामना” में जम्मू-कश्मीर के वज़ीर ए आला मुफ्ती मोहम्मद सईद पर काबिल ऐतराज़ तब्सिरा किया है। सामना के एक आर्टिकल में मुफ्ती मोहम्मद सईद को “गीदड की औलाद” कहा गया है।

दरअसल, शिवसेना ने यह कडी और काबिल ऐतराज़ सियासी तब्सिरा कैदियों की रिहाई को लेकर सीएम मुफ्ती मोहम्मद सईद के बयान पर की है, जिसमें उन्होंने दहशतगर्दों और अलहैदगी पसंदो को राहत देने के लिए आर्डिनेंस लाने की बात कही थी। सामना में लिखा है कि जम्मू-कश्मीर में पीडीपी और भाजपा गठजोड की सियासत भाजपा के लिए अ़डचन ला सकती है। मुफ्ती मोहम्मद के हलफबर्दारी की तकरीब में पीएम मोदी खुद मौजूद थे, लेकिन हलफ लेते ही मुफ्ती ने जहर उगला।

मुफ्ती ने कहा था कि कश्मीर में कामयाब इलेक्शन पाकिस्तान और दहशतगर्दों की मेहरबानी से हुए। सामना में मुफ्ती पर हमला करते हुए लिखा है कि मुफ्ती ने यह बयान देकर साबित कर दिया कि वह “गीदड की औलाद” हैं। मुफ्ती के इस बयान पर बवाल थमा भी नहीं था कि पीडीपी एमएलए ने पार्लियामेंट पर हमले के मुल्ज़िम अफजल गुरू के बकिया को श्रीनगर को सौंपने की मांग कर दी।

इसमें मुफ्ती ने साथ दिया। सामना में लिखा है कि अफजल पर दिए बयान के बाद पूरे मुल्क में बवाल मचा और हमारे दोस्त भाजपा को मुंह दबाकर मुक्कों की मार सहनी पडी। भाजपा के जनरल सेक्रेटरी राम माधव कश्मीर में भाजपा-पीडीपी इत्तेहाद के लिए बातचीत कर रहे थे, लेकिन मुफ्ती के ज़हरीले बयानों का सामना वह खुद भी नहीं कर सके।