मुंबई: छत्रपति शिवाजी स्मारक के जल पूजन समारोह के लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के प्रधानमंत्री के साथ होने के बावजूद पार्टी आज अपने सहयोगी भाजपा से नाखुश दिखी और आरोप लगाया कि राजनीतिक लाभ के लिए इसने अवसर को हाईजैक कर लिया.
राम मंदिर के मुद्दे पर भी शिवसेना ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि इसे अपनी विफलता स्वीकार करनी चाहिए क्योंकि लोकसभा में बहुमत होने के बावजूद अयोध्या में मंदिर बनाने में भाजपा सक्षम नहीं हो सकी.
हिंदुस्तान के अनुसार, शिवसेना की प्रवक्ता मनीषा कायन्दे ने कहा, स्मारक जब सरकारी धन से बन रहा है तो भाजपा को याद रखना चाहिए कि यह (जल पूजन या आधारशिला कार्यक्रम) सरकारी कार्यक्रम है और महायुति :महागठबंधन: के सभी दलों से समान व्यवहार होना चाहिए. कायन्दे ने कहा, भाजपा का कार्यक्रम को हाईजैक करना ठीक नहीं है और लोगों में इसका अच्छा संदेश नहीं गया.
उन्होंने कहा कि भाजपा ने राम मंदिर रेलवे स्टेशन के उदघाटन में इसी तरह का हथकंडा अपनाया था जहां इसके कार्यकतार्ओं ने प्रधानमंत्री के समर्थन में नारेबाजी की.
भाजपा को नहीं भूलना चाहिए कि यह स्मारक महाराष्ट्र के हर व्यक्ति का सपना है. पूर्ववर्ती सरकार (कांग्रेस-राकांपा की) ने भी स्मारक पर काम शुरू करने का प्रयास किया लेकिन वे असफल रहे जिसका कारण वे ही जानते हैं.