संसद के शीतकालीन सत्र की 11 दिसंबर को शुरुआत हो चुकी है। सत्र के दूसरे दिन शिवसेना सांसदों ने संसद परिसर में राम मंदिर की मांग को लेकर के धरना प्रदर्शन किया। शिवसेना के सांसद लगातार धरने के दौरान यह मांग करते रहे कि पहले मंदिर फिर सरकार होनी चाहिए।
शिवसेना सांसदों का कहना है कि मंदिर की मांग को लेकर शिवसेना पिछले लंबे समय से आवाज उठा रही है ऐसे में सरकार को अब इस पर विधेयक लाकर ठोस कदम उठाना चाहिए। शिवसेना सांसद संजय राउत ने आजतक से बातचीत में कहा कि सरकार को इसके लिए कानून लेकर आना चाहिए, भगवान राम कब तक टेंट में रहेंगे।
Shivsena MPs demand Ram Mandir in Ayodhya. Demonstration at Parliament House today. #shivsena #pehlemandirphirsarkar #mandirwahibanayenge pic.twitter.com/EHP1cpDVOk
— Rahul Shewale – राहुल शेवाळे (@shewale_rahul) December 12, 2018
शिवसेना के राज्यसभा और लोकसभा के 21 सांसदों ने बैनर और पोस्टर लेकर आज धरना प्रदर्शन किया। इन पोस्टरों में लिखा है कि ‘हर हिंदू की यही पुकार, पहले मंदिर फिर सरकार।
उधर राम मंदिर को लेकर राज्यसभा से बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि मंदिर को लेकर देश में एक बड़ा जनमत तैयार हो गया है वह जनमत धार्मिक हितों से अलग है।
उन्होंने कहा सबकी इच्छा है कि सभी पार्टियों के सांसद अपने दल के स्वार्थ से उठकर मिल जुलकर राम मंदिर बनाएं, जैसा कि मोहन भागवत ने कहा है कि जैसे सोमनाथ मंदिर का निर्माण हुआ है उसी तर्ज पर राम मंदिर का निर्माण किया जाना चाहिए।
राम मंदिर की लड़ाई एकता की लड़ाई है। भारतीय जनता पार्टी के घोषणापत्र में यह है और देश में इसके लिए जनमत भी तैयार हो रहा है।
साभार- ‘आज तक’