उत्तर प्रदेश हुकूमत ( सरकार) के एक सर्क़्यूलर के मुताबिक़ तमाम सरकारी-ओ-नियम सरकारी इदारों ( सस्थाओं) के चेयरमैनों चेयर परसनों सरबराहों (व्यवस्थापकों) की तक़र्रुरी जो साबिक़ ( पूर्व) हुकूमत ने की थी इन सब को कुलअदम क़रार दे दिया गया है ।
अब नई हुकूमत ( सरकार) इन तमाम इदारों ( संस्थाओं) में नए सिरे से तक़र्रुरी करेगी । इसी असना में शीया सेंटर्ल वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी हुकूमत के इस सर्क़्यूलर की रो से माज़ूल (अपने पद/ओहदे से हट गये हैं) हो गए हैं लेकिन शीया वक़्फ़ बोर्ड के 8 अरकान ने चेयरमैन वसीम रिज़वी के ख़िलाफ़ तहरीक (आंदोलन) अद मे एतेमाद ( एकता) लाने का इशारा दे दिया है जिस पर 22 मई को जलसा (सामारोह) होगा और तहरीक ( आंदोलन) अदम पर वोटिंग होगी ।
इस की इत्तेला ( खबर) मौलाना कलब जव्वाद नक़वी ख़ानवादा के एक नौजवान शीया लीडर शमील शम्स ने दी है । उन्होंने कहा कि वक़्फ़ चेयरमैन वसीम रिज़वी ने अपने दौर ए इक़्तेदार (सासन) में बेहद बदउनवानीयाँ-ओ-बे ईमानीयाँ की हैं ।
इस की सी बी आई से जांच की जानी चाहीए । दूसरी तरफ़ वसीम रिज़वी ने मौलाना कलब जव्वाद नक़वी पर इल्ज़ाम लगाया है कि वो ख़ानदान अजनहार के क़ब्रिस्तान इमाम बाड़ा क़ब्रिस्तान में क़ब्रों की पेशगी बुकिंग के लिए भारी रक़म वसूल रहे हैं । इस क़ब्रिस्तान में क़ब्रें फ़रोख्त ( विक्री/ बेची) की जा रही है । बोर्ड की जांच में इस क़ब्रिस्तान में क़ब्रों की फ़रोख़्तगी में कम से कम एक करोड़ रुपये का घपला सामने आ चुका हैं ।
दूसरे मौलाना कलब जव्वाद नक़वी वक़्फ़ सजादया के ही मुतवल्ली (किसी परिचित/जानने वाले की सम्पत्ती की देख रेख करने वाला) हैं । इस क़ब्रिस्तान में ही क़ब्रों की फ़रोख्त ( विक्री) के मुआमले( मामले) में ढेढ़ करोड़ रुपये के ख़िरद बुरद किए जाने की बात जांच से साबित हो चुकी है ।