सऊदी अरब के शुमाल मशरिक़ी शहर हफ़र अल बातन में होने वाली तारीख़ी फ़ौजी मश्क़ों “शुमाल की गरज” में शरीक अफ़्वाज की जानिब से इख़तेतामी परेड का मुज़ाहरा किया गया इस मौक़ा पर सऊदी फ़र्मांरवा शाह सलमान और दीगर अरब और इस्लामी ममालिक के सरब्राह मौजूद थे।
शुमाल की गरज नामी फ़ौजी मश्क़ों में 20 अरब और इस्लामी रियास्तों के इलावा ख़लीजी ममालिक की मुशतर्का फ़ोर्स ने हिस्सा लिया जिसके नतीजे में ये दूसरी ख़लीजी जंग के बाद खित्ते की तारीख़ की सबसे बड़ी मश्क़ बन गई।
शुमाल की गरज मश्क़ को तादाद और साज़ो सामान के लिहाज़ से मशरिक़े वुस्ता की सबसे बड़ी मश्क़ शुमार किया जा रहा है। इस में तोप ख़ानों, टैंकों और फ़िज़ाई दिफ़ा के निज़ाम के हवाले से जदीद तरीन टेक्नोलॉजी का मुज़ाहरा किया गया।
इलावा अज़ीं “शुमाल की गरज” मश्क़ के ज़रीए आलमी बिरादरी को ये पैग़ाम भी पहुंच गया कि शरीक ममालिक चैलेंजों का मुक़ाबला करने के लिए एक सफ़ में खड़े हैं। सऊदी चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ का कहना है कि इन मश्क़ों से जो मक़ासिद मुतवक़्क़े थे वो हासिल कर लिए गए हैं।