शुल्क रेिंबर्समेंट बक़ायाजात की इजराई पर सरकार का ध्यान

हैदराबाद 05 नवम्बर:  तेलंगाना सरकार ने गरीब छात्रों की शिक्षा को प्रभावित होने से बचाने के लिए फीस रेिंबर्समेंट बक़ायाजात की इजराई पर ध्यान केंद्रित किया है।

बताया जाता है कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने फीस बाज़ अदायगी योजना के बक़ायाजात के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली और निर्देश दिया कि बक़ायाजात को चरण तौर पर जारी कर दिया जाए। राज्य के विभाजन के बाद से तेलंगाना पर शुल्क बाज़ अदायगी के बक़ायाजात का बोझ बढ़ गया है। नए राज्य के गठन के समय 3200 करोड़ से अधिक बक़ायाजात तेलंगाना के हिस्से में आए और सरकार ने बक़ायाजात सहित अब तक जुमला 4861 करोड़ रुपये फीस रेिंबर्समेंट के तहत जारी कर दिए हैं।

चीफ मिनिस्टर के चंद्रशेखर राव ने अधिकारियों से कहा कि वे इस बात को सुनिश्चित करें कि कॉलेजस से शुल्क के भुगतान के लिए छात्रों पर कोई बाध्यता ना हो। अधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस शासनकाल में फीस बाज़ अदायगी पर उचित ध्यान ना दिए जाने के कारण छात्रों को कई कठिनाइयों का सामना था और कॉलेजस से वह जबरदस्त दबाव में थे लेकिन टीआरएस सरकार ने शिक्षा पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए स्कालरशिप और शुल्क बाज़ अदायगी की आजलाना मंजूरी को अपनी प्राथमिकताओं में रखा है। शुल्क  बाज़ अदायगी के तहत वास्तविक गरीब और लायक छात्रों को शामिल करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया ताकि इस योजना की रक़ूमात का

का दुरुपयोग ना हो। बताया जाता है कि कांग्रेस शासनकाल में कई कॉलेजस ने फीस बाज़ अदायगी योजना का दुरुपयोग करते हुए भारी लाभ प्राप्त किया। रजिस्टर में छात्रों के नाम दर्ज किए जाते लेकिन कलासेस में छात्रों मौजूद ना होते। इस तरह इस योजना में कई बे क़ाईदगीयाँ पैदा हो गईं।