नेशनल शूटर तारा शाहदेव और रकीबुल हसन उर्फ रंजीत कोहली मामले में मौलूस रियासत के अक़लियत बोहबुद वज़ीर हाजी हुसैन अंसारी और शहर तरक़्क़ी वज़ीर सुरेश पासवान पर गाज गिर सकती है। वजीरे आला हेमंत सोरेन पर दोनों वज़ीरों की बर्खास्तगी का दबाव बनने लगा है। खुद वजीरे आला ने भी कहा है कि मुजरिमों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सुरेश पासवान ने भी एक मामले में रकीबुल से मिलने की बात मानी है।
उधर, पानी वसायल वज़ीर अन्नपूर्णा देवी ने भी कहा है कि वजीरे आला कार्रवाई करने के लिए आज़ाद हैं। खातून होने के नाते उनका मानना है कि तारा शाहदेव को इंसाफ मिलना चाहिए। इसके अलावा, आईदा एसेम्बली इंतिख़ाब को देखते हुए झामुमो के अंदर से भी वज़ीरों को बर्खास्त करने का वजीरे आला पर दबाव बढ़ता जा रहा है। खासकर रांची पुलिस की तरफ से दोनों वज़ीरों से पूछताछ किए जाने के फैसले से भी हुकूमत डॉक में खड़ा हो रही है।
पूछताछ के लिए मांगी जाएगी एसेम्बली सदर से इजाजत
मामले में वज़ीर हाजी हुसैन अंसारी, सुरेश पासवान और इंदर सिंह नामधारी से पूछताछ होगी। इस बात का खुलासा पीर को रांची के सीनियर एसपी प्रभात कुमार ने किया। उन्होंने कहा कि दो वज़ीर और एक माननीय हैं, इस वजह से एसेम्बली सदर से पहले इजाजत मांगी जाएगी।
इजाजत मिलने के बाद ही तीनों से पूछताछ होगी। प्रभात कुमार ने बताया कि पूछताछ में अहम मुल्ज़िम रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन ने सूबे के वज़ीर हाजी हुसैन अंसारी और सुरेश पासवान से अपने नजदीकी ताल्लुक रहने की बात कबूल की है।