शेमाली कोरिया का नौजवान लीडर , इक़तिदार ख़ानदानी विरसा

प्योंग्यांग 22 दिसमबर (एजैंसीज़) शेमाली कोरिया के नए क़ाइद कम जांग उन को इक़तिदार की ठोस बुनियाद विरसा में मिली है। वो बरसर-ए-इक़तिदार कमीयूनिसट पार्टी और फ़ौज के भी क़ाइद बन गए हैं, हालाँकि उन की कमउमरी और बहुत मामूली मुद्दत का सयासी कैरीयर है। तजज़िया निगारों ने शेमाली कोरिया का आला तरीन ओहदा जांग उन को मुस्तहकम हालत में मुंतक़िल हुआ है।

वो मुल़्क की क़ियादत केलिए वाहिद दस्तयाब इंतिख़ाब थे। नई क़ियादत की जड़ें बहुत गहराई तक पैवस्त हैं और ऐसा मालूम होता है कि उन्हें मुत्तहदा ताईद हासिल है। दुनिया ये देखने की मुंतज़िर है कि क्या जांग उन सिर्फ एक बराए नाम सरबराह होंगे या एक ताक़तवर क़ाइद जैसे कि इन के आँजहानी वालिद कम जांग इल थे। उन्हों ने न्यूक्लियर ताक़त के हामिल मुल़्क की अन्नान इक़तिदार सँभाल ली है।

उन्हों ने फ़ौज और महिकमा सुराग़ रसानी पर अपने ठोस कंट्रोल का पहले ही सबूत दे दिया है। गुज़श्ता साल ही उन के वालिद ने उन्हें अपना जांनशीन नामज़द किया था। दानिश्वरों की तंज़ीम सियोल के इदारा सी जोंग के पायक हेक सून ने कहा कि वो 20 और 30 साल की दहाई के आख़िरी मरहलों में हैं। उन्हें सीनीयर फ़ौजी और पार्टी ओहदों पर सितंबर 2010 में ही ताय्युनात किया गया था। इस तरह तीसरी नसल को जा नशीनी विरसा में मिलने की राह हमवार होगई थी।

इन के आँजहानी वालिद कम जांग अल ने अपने वालिद कम अल स्विंग से 1990- की दहाई में इक़तिदार हासिल किया था। इन क़ियास आराईयों के बावजूद कि 17 डसमबर को कम जांग अल की मौत के बाद इक़तिदारके लिए रसा कुशी शुरू होजाएगी लेकिन उन की जा नशीनी की दाग़ बैल 2009 केअवाइल में ही डाल दी गई थी।

इन के वालिद ने अपने बेटे की फ़ौज और पार्टी परगिरिफ़त मज़बूत बनादी थी। शेमाली कोरिया ने जांग उन को अज़ीम जांनशीन क़रार दिया। कम जांग एन ने अपना पहला फ़ौजी हुक्म अपने वालिद की मौत के ऐलान से पहले ही जारी करते हुए इशारा दिया था कि फ़ौज पर पहले ही इन का कंट्रोल बरक़रार है।