श्रीनगर का अस्पताल घायलों से भर गया

श्रीनगर: पिछले चालीस से अधिक दिनों से कश्मीर में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें जारी हैं, जिनकी वजह से श्रीनगर के केंद्रीय अस्पताल घायलों से भर चुका है जबकि कई घायलों के अनुसार उन्हें घरों के अंदर घुसकर पीटा है।

कश्मीर में शुक्रवार को भी सुरक्षा बलों ने घर-घर तलाशी प्रक्रिया जारी रखा गया। घर घर यह खोज का उद्देश्य उन लोगों को हिरासत में लेना था, जो सरकार विरोधी प्रदर्शनों के आयोजन में सहायता प्रदान कर रहे हैं। आज कम से कम बीस स्थानों पर सरकारी बलों ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसू गैस और शॉट बंदूक का इस्तेमाल किया, जिसकी वजह से कम से कम चालीस नागरिक घायल हो गए जबकि एक घायल की हालत गंभीर बताई जाती है।

आठ जुलाई को विद्रोहियों के नेता बुरहान वाणी की मौत के बाद से अब तक कश्मीर में कम से कम पैंसठ लोग मारे गए छह हजार से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। इस मुस्लिम बहुल क्षेत्र में ज्यादातर लोग सरकारी बलों द्वारा फायर की गई गोलियां लगने से घायल हुए हैं।

श्रीनगर के मुख्य एस एम एच एस अस्पताल में समाचार एजेंसी रोइटरज़ फोटोग्राफर द्वारा ली गई तस्वीरों से पता चलता है कि पुरुषों को हिंसा का निशाना बनाया गया है। उनकी कमरों और कूल्हों पर हिंसा के निशान हैं। इस बीच भारतीय सेना ने शब्बीर अहमद मंगू की हिरासत में मौत पर माफी मांग ली है। पहले एक कॉलेज के तीस वर्षीय शिक्षक सुरक्षाबलों की हिरासत में हिंसा की वजह से मारा गया था। एक बयान के अनुसार भारत की उत्तरी सेना के कमांडर ने हिरासत और हिंसा की निंदा करते हुए जांच के आदेश जारी कर दिया है।