श्रीलंका अब ‘मलेरिया मुक्त’ देश – WHO

हमारे देश में जब कोई अपना समय खाली बैठकर बर्बाद करता है तो अक्सर एक मशहूर कवाहत का इस्तेमाल किया जाता है और वो कहावत है मच्छर मारना लेकिन हम आपको बता दें कि आज की तारीख में मच्छर मारना समय बर्बाद करने की पहचान नहीं है बल्कि ये मानव सभ्यता को बचाने से जुड़ा सबसे महत्वपूर्ण काम है।

जो देश अपने लोगों को बचाने के लिए मच्छर मार रहे हैं उनके लिए अपने लोगों को मच्छरों से बचाना ऐसा ही है, जैसे अपने लोगों को आतंकवादियों से बचाना। आपने श्रीलंका में LTTE यानी तमिल टाइगर्स और श्रीलंकाई सेना के बीच चले गृहयुद्ध के बारे में जरूर सुना होगा।

1983 में शुरू हुआ ये गृहयुद्ध 2009 में LTTE के चीफ वी प्रभाकरन की मौत के साथ खत्म हुआ। श्रीलंका को इस गृहयुद्ध को खत्म करने में पूरे 26 वर्ष लग गए। ये एक बड़ी कामयाबी थी लेकिन अब श्रीलंका ने मच्छरों के खिलाफ 26 वर्षों से जारी गृहयुद्ध भी जीत लिया है।

श्रीलंका ने मलेरिया के खात्मे के लिए 1990 के दशक में प्रयास शुरू किए थे और 26 वर्षों की मेहनत के बाद डबल्यू एच ओ यानी वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने श्रीलंका को मलेरिया मुक्त देश घोषित कर दिया है। श्रीलंका दक्षिण पूर्वी एशिया में ये कामयाबी हासिल करने वाला दूसरा देश बन गया है। इससे पहले वर्ष 2015 में मालदीव को मलेरिया मुक्त देश घोषित किया गया था।

आपको जानकर हैरानी होगी कि श्रीलंका में 26 वर्षों तक चले गृहयुद्ध में करीब 1 लाख लोगों की जान गई थी। जबकि वर्ष 1934 से 1935 के बीच मलेरिया ने श्रीलंका में 80 हज़ार लोगों की जान ले ली थी। श्रीलंका में पिछले साढ़े तीन वर्षों से मलेरिया का एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ है।