संगमा दिदी से मिले, पर हिमायत का कोई ईशारा नही मिला

कोलकाता | राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पी.ए. संगमा ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करके
उनसे हिमायत कि अपील कि। लेकिन उन्हें ममता की तरफ‌ से इस सम्बंध में कोई ईशारा नहीं मिला है। वैसे संगमा इस मुलाकात
से खुश हैं। ममता ने अब तक अपना फैसला नहीं लिया है। वैसे उन्होंने संगमा को बताया है कि वो अपनी पार्टी में विचार के बाद ही राष्ट्रपति पद पर किसी उम्मीदवार कि हिमायत का फैस्ला ले सकती हैं।

संगमा सोमवार रात कोलकाता पहुंचे। वो तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता से मुलाकात के लिए राज्य सचिवालय की रायटर्स बिल्डिंग पहुंचे। केंद्र में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की दूसरी सबसे बड़ी मददगार‌ तृणमूल ने पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के चुनाव लड़ने से इंकार करने के बाद अब तक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी पर अपना रुख वाजिह‌ नहीं किया है।

युपिए उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी के खिलाफ मैदान में उतरे संगमा को भारतीय जनता पार्टी (बिजेपी) और‌ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के कुछ म‌ददगारों समेत ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) और‌ बीजू जनता दल (बीजद) कि हिमायत हासिल‌ है।

वैसे चुनावी गणित प्रणब के पक्ष में दिख रहा है। उन्हें तृणमूल के अलावा संप्रग के सभी भागीदारों कि हिमायत हासिल‌ है। समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, जनता दल (युनाइटेड) व शिव सेना ने भी उनकी उम्मीदवारी पर हिमायत का एलान किया है। ममता अब तक मजबूती के साथ देश के राष्ट्रपति पद के लिए
प्रणब कि मुखालिफत‌ करती रही हैं।