संगारेड्डी के 40 मुस्लिम नौजवानों की अदालत में कामयाब पैरवी

संगारेड्डी में साल 2012 में पेश आए फ़िर्कावारी फ़सादाद में पुलिस ने 40से ज़ाइद मुस्लिम नौजवानों पर मुख़्तलिफ़ दफ़आत के तहत कई एक केसों में माख़ूज़ किया था तीन साल तक मुक़द्दमात चलने के बाद अदालत ने तमाम मुस्लिम नौजवानों को बेगुनाह-ओ-बेक़सूर क़रार देते हुए तमाम इल्ज़ामात मंसूबा से बाइज़्ज़त बरी कर दिया।

मुस्लिम नौजवानों की मुक़द्दमात से बाइज़्ज़त बरी होने का मुसलमानान संगारेड्डी की तरफ से ज़बरदस्त ख़ौरमक़दम किया जा रहा है। बरी होने वाले नौजवानों और वुकला की गलपोशी-ओ-तहनियत पेश की जा रही है। मस्जिद हसनैन इंतेज़ामी कमेटी की तरफ से बाद नमाज़ जुमा मस्जिद हसनैन कॉलोनी संगारेड्डी में मुहम्मद यूसुफुद्दीन सदर इंतेज़ामी कमेटी की ज़ेर-ए-सदारत ख़्वाजा अरशदुद्दीन एडवोकेट एम ए समी साबिक़ रुकने बलदिया और मुहम्मद ख़्वाजा सदर मर्कज़ी मीलाद कमेटी संगारेड्डी की तहनीती तक़रीब मुनाक़िद हुई। तक़रीब में मस्जिद कमेटी के अलावा संगारेड्डी के मुख़्तलिफ़ सियासी समाजी मज़हबी और मिली तंज़ीमों के क़ाइदीन के अलावा मुस्लिम नौजवानों की कसीर तादाद ने शिरकत की और ख़्वाजा अरशदुद्दीन एडवोकेट से इज़हार-ए-तशक्कुर करते हुए उनकी बकसरत गलपोशी की गई। हाफ़िज़ शाह आलम ने तक़रीब की कार्रवाई चलाई।