संगा रेड्डी में मंसूबा बंद फ़साद, सिर्फ़ मुस्लमान निशाना

प्रोफ़ेसर कोदंडाराम सदर तेलंगाना जोइंट ऐक्शण कमेटी की सरकर्दगी में तेलंगाना जोइंट ऐक्शण कमेटी का वफ़द जिस में मुहतरमा रमा मलकोटे फ़ोर्म फ़ार बटर हैदराबाद, जनाब नुसरत मही उद्दीन सैक्रेटरी इंसाफ़ कमेटी, मौलाना सय्यद तारिक़ कादरी जनरल सैक्रेटरी सूफ़ी एकेडेमी, जनाब मुजाहिद हाश्मी जनरल सैक्रेटरी अवामी मजलिस-ए-अमल, कॅप्टन पांडव रंगाराव, मेजर कादरी हेल्प् हैदराबाद, श्रीनिवास गौड़ सदर तेलंगाना गज़ीटड ऑफीसर्स असोसिएशन, सी विट्ठल सदर तेलंगाना गज़ीटेड यूनीयन, सनाउल्लाह ख़ां तेलंगाना प्रजा फ्रंट, प्रोफ़ेसर के विश्वर रेड्डी, डी पी रेड्डी, मीर आबिद अली, टी अशोक कुमार, बैरिया यादव, सय्यद साबिर अली, मुहम्मद आरिफ़ उद्दीन सदर यू ऐम एफ़ पर मुश्तमिल था, ने आज शाम संगा रेड्डी के फ़साद ज़दा इलाक़ों का दौरा किया और फ़साद में तबाह शूदा इमलाक का मुशाहिदा किया। मुतास्सिरीन से तफ़सीली गुफ़्तगु करते हुए फ़साद की वजूहात, फ़सादीयों की शनाख़्त, नुक़्सान का तख़मीना, फ़साद के पसेपर्दा ताक़तों-ओ-साज़िशों, पुलिस और मुक़ामी रुकन असैंबली के रोल पर सवालात करते हुए तफ़सीलात हासिल किए।

इस मौक़ा पर फ़साद में तबाह इमलाक के मालकीन और मुतास्सिरीन ने टी जैक वफ़द को बताया कि फ़साद मंसूबा बंद तौर पर किया गया और चुन चुन कर मुस्लिम दुकानात को निशाना बनाया गया। फ़साद इतना अचानक बरपा किया गया कि सँभलने का भी वक़्त नहीं मिला। हमला आवर बड़ी चालाकी और तेज़ी के साथ मुस्लिम दुकानात को नुक़्सान पहुंचा रहे थे। लोहे के रॉड, सिब्बल, लठ्ठ और पैट्रोल का इस्तिमाल करते हुए दुकानात को नज़र-ए-आतिश किया गया। पुलिस ने सड़कों पर दोनों जानिब मुस्लिम हुजूम को ताक़त के ज़ोर पर रोके रखा जबकि इसी दौरान हमला आवर आज़ादाना तौर पर हमला कर रहे थे। पुलिस बरवक़्त हरकत में आती तो इतना बड़ा नुक़्सान नहीं होता।

पुलिस की तसाहली की वजह से फ़साद में ज़्यादा नुक़्सान हुआ। बादअज़ां प्रैस कान्फ़्रैंस को मुख़ातब करते हुए सदर टी जैक प्रोफ़ेसर कोदंडारामने कहा कि संगा रेड्डी की पुलिस अगर मुस्लिम तबक़ा की शिकायत पर फ़ौरी कार्रवाई करती तो फिरकापरस्त शरपसंद अनासिर को फ़साद बरपा करने का मौक़ा ही नहीं मिलता। महज़ पुलिस की नाएहली की वजह से फ़साद हुआ है। मुतास्सिरीन फ़ोन के ज़रीया पुलिस को मोतला करने के बावजूद उन की मदद के लिए नहीं आई। जब कभी भी कांग्रेस बरसर-ए-इक़तिदार आती है तो रियासत में कर्फ़यू राज शुरू हो जाता है। कांग्रेस अपने अंदरूनी ख़लफ़िशार से हुकूमत को बचाने केले फ़िर्कावारी फ़सादाद का सहारा लिया है।

संगा रेड्डी फ़साद बिलकुल मुनज़्ज़म और मंसूबा बंद तौर पर किया गया। तहरीक तेलंगाना को नुक़्सान पहुंचाने के लिए आनधराई लॉबी फ़िर्कावारीयत फैला रही है। फ़साद के असल ख़ातियों की गिरफ़्तारी और मुआवज़ा की अदायगी का मुतालिबा किया। संगा रेड्डी अमन रियाली मुनज़्ज़म करने का ऐलान किया। मौलाना मुजाहिद हाश्मी और जनाब मेजर कादरी ने कहा कि पुलिस की जानिबदारी और मुक़ामी रुकन असैंबली की ईमा पर फ़साद हुआ है, जिस में मुस्लमानों का 10 करोर रुपय से ज़ाइद का नुक़्सान हुआ है। नुक़्सान का सहीअंदाज़ा नहीं लगाने की ख़ातिर तबाह शूदा इमलाक और सबूतों को बलदिया मौक़ा-ए-वारदात से हटा रही है।

सैकूलर अज़म के नाम पर फ़िर्कापरस्ती का खेल खेलने वाले अनक़रीबअपने अंजाम को पहुंचेंगे। उन्हों ने मासूम मुस्लिम नौजवानों की अंधा धुंद गिरफ़्तारी की मुज़म्मत की और कहा कि ज़ुलम हम पर होता है और हमें ही गिरफ़्तार किया जाता है। हुकूमत पर एतिमाद नहीं है। चुनांचे ग़ैरसरकारी तंज़ीमों जिस में मुस्लिम नुमाइंदे शामिल हैं, पर मुश्तमिल कमेटी तशकील दी जाय तो फ़साद के नुक़्सानात का तख़मीना तैय्यार करेगी।