मरकज़ी अक्लियती कमीशन की वज़ीर (Union Minister for Minority Commission) नजमा हेपतुल्ला ने आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के उस बयान की ताईद की है जिसमें कहा गया था कि शकाफती ( कल्चर) के तौर पर इस मुल्क के सभी लोग हिंदू हैं। नजमा ने कहा, अगर क़ौमी शनाख्त के लिए सबको हिंदू कहा जाए तो इसमें कोई बुराई नहीं है।
एक अखबार को दिए इंटरव्यू में नजमा ने कहा कि हिंदुस्तान में रहने वाले लोगों के लिए हिंदू लफ्ज़ एक क़ौमी शनाख्त की अलामत है और किसी को तारीख नहीं भूलना चाहिए। नजमा ने यह तर्क दिया कि अरब ममालिक में भी हिंदुस्तान को अल हिंद कहा जाता है। गौरतलब है कि आरएसएस के सरबराह मोहन भागवत ने 17 अगस्त को बयान दिया था कि हिंदुस्तान एक हिंदू क़ौम और यहां रहने वाले सभी लोग हिंदू हैं।
भागवत ने कहा था कि क़ौम ( मुल्क) की शनाख्त हिंदुत्व से है। हिंदुस्तान में रहने वाले सभी लोग हिंदू है।
कांग्रेस ने मरकज़ी वज़ीर के इस बयान की मुज़म्मत की है। कांग्रेस ने नजमा को हिंदुस्तान की आईन पढ़ने की नसीहत देते हुए कहा कि हिंदुस्तान के आईन के तहत मुल्क का हर शहरी हिंदुस्तानी है, न कि हिंदू। कांग्रेस लीडर मनीष तिवारी ने कहा कि नजमा हेपतुल्ला की हम बहुत इज्जत करते हैं।
अगर वह हिंदुस्तान की आईन (Constitution) पढ लें तो बेहतर होगा। उसमें हिंदुस्तान का ज़िक्र है, जिसके मुताबिक हिंदुस्तान का हर शहरी हिंदुस्तानी है, हिंदू नहीं।