प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़ तुर्की के राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान ने संयुक्त राष्ट्र संघ की आलोचना करते हुए कहा कि विश्व की सबसे बड़ी संस्था के सिर पर इस बात का ख़तरा मंडरा रहा है कि दुनिया इसे धीरे-धीरे एक विफल अंतर्राष्ट्रीय संस्थान मानने लगी है और इसका कारण यह है कि क्योंकि इस संस्था को केवल 5 बड़ी शक्तियां चला रही हैं।
तुर्की के राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि अब समय आ गया है कि संयुक्त राष्ट्र संघ के बुनियादी ढांचे को बदल दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सबसे पहले इस संस्थान की सुरक्षा परिषद में बदलाव किए जाने की आवश्यकता है।
उल्लेखनीय है कि तुर्की के राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान ने ऐसे समय में संयुक्त राष्ट्र संघ की आलोचना की है कि जब यह वैश्विक संस्था सीरिया, यमन और अफ़ग़ानिस्तान सहित कई देशों के संकट को ख़त्म करने और इन देशों में अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा किए जा रहे हस्तक्षेप को रोकने में बुरी तरह विफल हुआ है।