नई दिल्ली: एनडीए सरकार की नीतियों के खिलाफ सार्वजनिक नाराजगी को केंद्रित करना चाहिए ताकि एक राष्ट्रीय मिश्रित गठबंधन 2019 के आम चुनाव में भाजपा के मुकाबले के लिए तैयार रहना। महासचिव सीपीआई (एम) सीताराम येचुरी संवाददाताओं के सवालों का एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान जवाब दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि वह यह नहीं कह रहे हैं कि हमें किसी से भी गठबंधन कर लेना चाहिए। हम सिर्फ यह चाहते हैं कि एक गठबंधन का गठन किया जाना चाहिए ताकि मौजूदा सरकार सांप्रदायिक शक्तियों का राष्ट्र प्रतिस्पर्धा करके एक वैकल्पिक सरकार का गठन किया जा सके। वह हाल ही में मुख्यमंत्री बिहार व अध्यक्ष जदयू नीतीश कुमार से भी मुलाकात कर चुके हैं। और महागठबंधन बिहार के अनुभव का अन्य स्थानों से पुष्टि के इच्छुक हैं ताकि आगामी आम चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल किया जा सके।
उन्होंने कहा कि 1996 के चुनाव के बाद जनता दल ‘समाजवादी पार्टी’ डीएमके इंदिरा कांग्रेस (तिवारी) ‘चार वामपंथी पार्टियों’ तमिल ‘नेशनल कांफ्रेंस और एम वी पी ने एकजुट होकर 13 दलों का संयुक्त मोर्चा का गठन किया था। उन्होंने कहा कि भाजपा इस समय सत्ता में नहीं थी लेकिन अब केवल 37 प्रतिशत वोट हासिल करके सत्ता में है।
इसका मतलब यह है कि 63 प्रतिशत जनता ने भाजपा के खिलाफ वोट दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के साथ भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए गठबंधन के बारे में सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वह फर्जी सवालों का जवाब दे सकते। उसका भरोसा चुनाव परिणाम पर होगा।