संसद के शीतकालीन सत्र के अगले सप्ताह अशांती

 

नई दिल्ली: अगले सप्ताह शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में काला धन निकालने के लिए बड़े नोटों को बंद करने से देश भर में आम आदमी को हो रही परेशानी के अलावा पाक अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक, तीन तलाक और अर्द्ध कार्यकर्ताओं को कथित मुठभेड़ में मारे जाने के मामले के साथ महंगाई के मुद्दे पर हंगामे के आसार हैं। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने 500 और 1000 रुपये के नोट को बंद किए जाने के कारण पैदा हुई अव्यवस्था को देखते हुए पहले दिन काम रोको आंदोलन पहले लाने का नोटिस अभी से दे दिया है।

राज्यसभा में पार्टी के उपनेता आनंद शर्मा ने आचार 267 के तहत नोटिस दिया है। कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएंगे। बैठक के दौरान माल और सेवाओं कर (जीएसटी) को लागू करने के लिए तीन बिलों सहित कुल नौ नए बिल ले आएगा जिनमें सेंट्रल माल और सेवाओं टैक्स बिल शामिल है। सरकार का उद्देश्य एक अप्रैल 2017 से जीएसटी को पूरे देश में लागू करना है। इस बैठक में सर्वगेसय विनियमन विधेयक भी आएगा जिसमें राष्ट्रीय सर्वगेसय बोर्ड, राज्य सर्वगेसय बोर्ड के गठन और सर्वगेसय प्रक्रिया और परंपरा को नियम के तहत लाने के लिए उचित अथोरिटीज़‌ की नियुक्ति सहित अन्य मामलों में शामिल हैं। उनके अलावा पेश होने वाले 6 अन्य बिलों में आईआईएम स्वायत्तता, एचआईवी एड्स रोकथाम और नियंत्रण विधेयक, मानसिक स्वास्थ्य देखभाल बिल, भ्रष्टाचार (संशोधन) विधेयक और मातृत्व से संबंधित विधेयक शामिल हैं।

सरकार दुश्मन संपत्ति अध्यादेश की जगह लाए जाने वाले विधेयक को भी इसी बैठक में पारित करवाया जाएगा। सरकार ने खाद्य सामग्री और विशेष रूप से मिठाई में मिलावट को रोकने के लिए नए और सख्त विधेयक शीतकालीन सत्र में लाने का फैसला किया है। गौरतलब है कि 16 नवंबर से 16 दिसंबर तक चलने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी जिसमें विपक्षी दल सरकार को घेरने की कोशिश करेंगी। विपक्षी पार्टियां तीन तलाक के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश करेंगी। उनका आरोप है कि इस बहाने से सरकार देश में अल्पसंख्यक विरोधी समान नागरिक संहिता को लाने की कोशिश कर रही है।

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक के कारण उत्पन्न स्थिति पर भी विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश करेगी। काले धन को निकालने के लिए केंद्र सरकार से आठ नवंबर को आधी रात से 500 और 1000 रुपये के नोट को बंद किए जाने के कारण उत्पन्न देश भर में पैदा हुए अराजकता के माहौल में विपक्ष ने सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। शीतकालीन सत्र के पहले लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने 14 नवंबर की शाम को सरकार ने 15 नवंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। आमतौर पर शीतकालीन सत्र नवंबर के तीसरे सप्ताह में होता है। लेकिन जीएसटी और कुछ अन्य महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने के लिए इस समय शीतकालीन सत्र समय से थोड़ा पहले हासिल‌ किया गया है।