पार्लीमैंट हाउस (संसद भवन) का किचन जो अरकान-ए-पार्लीमेंट (संसद के सदस्य), स्टाफ़ और सहाफ़ीयों के लिए सेशन के दौरान और बाद में ग़िज़ाई ज़रूरीयात की तकमील ( पूर्ती) करता है, गैस सिलेंडर्स से लाहक़ ख़तरात की बिना पर बंद किया जा रहा है।
इस किचन के ज़रीया सेशन के दौरान 8 हज़ार से ज़ाइद अफ़राद को गज़ा-ए-फ़राहम (खाने का प्रबंध) की जाती थी। लोक सभा के बुलेटिन में बताया गया कि पार्लीमेंट हाउस को आतिशज़नी ( आग) के ख़तरात से बचाने और दिल्ली फ़ायर सर्विस के मश्वरा पर बंद किया जा रहा है।
दिल्ली फ़ायर सर्विस ने किचन में गैस सिलेंडर्स इस्तेमाल ना करने का मश्वरा दिया है। बताया गया है की कैंटीन किचन आरिज़ी तौर पर बंद रहेंगे। इसकी ज़िम्मेदारी अब रेलवे की सपुर्द थी जिस ने कहा कि बंद करने की मुद्दत के बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता।
ताहम अरकान-ए-पार्लीमेंट ( संसद के सदस्य) और सहाफ़ीयों को कैंटीन के ज़रीया बंद डिब्बों में ग़िज़ा ( खाना) फ़राहम की जाएगी। ताहम तमाम की ज़रूरीयात पूरी करना एक मसला होगा क्योंकि कैंटीन के ज़रीया सिर्फ एक हज़ार अफ़राद को ग़िज़ा (खाना) फ़राहम करने की गुंजाइश है।