संसद में राफेल डील को लेकर दिए मैं अपने बयान पर कायम हूं- राहुल गांधी

मानसून सत्र के दौरान अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बीच राफेल डील को लेकर दिए अपने बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अभी भी कायम हैं। संसद परिसर में उन्होंने कहा, ‘मैंने खुद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो से बात की थी और मैं अपने बयान पर कायम हूं।’

इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि इस बातचीत के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह और राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा भी मौजूद थे। दूसरी तरफ फ्रांस की सरकार ने राहुल के आरोप को खारिज कर दिया है। फ्रांस ने कहा है कि राफेल डील की शर्तों को सार्वजनिक नहीं कर सकते।

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल ने कहा था, ‘राफेल डील पर निर्मला सीतारमण ने पीएम मोदी के दवाब के चलते देश से झूठ बोला है। मोदी सरकार ने प्लेन का सौदा करने के बाद उसकी कीमत बढ़ा दी।

जब मैं फ्रांस के राष्ट्रपति से मिला तो इस सच्चाई का पता चला।’ राहुल गांधी ने कहा था कि राफेल डील में उनकी सरकार ने 520 करोड़ रुपए प्रति विमान में डील की थी लेकिन मोदी सरकार ने फ्रांस जाकर जादू से हवाई जहाज की कीमत 1600 करोड़ प्रति प्लेन कर दी।

संसद में राहुल के आरोपों का केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने करारा पलटवार किया। उन्होंने कहा, ‘फ्रांस के साथ गोपनीयता का समझौता भाजपा ने नहीं बल्कि कांग्रेस की सरकार में तत्कालीन रक्षा मंत्री एके एंटनी ने किया था।

हम तो सिर्फ इसे आगे बढ़ा रहे हैं।’ गौरतलब है कि रक्षा क्षेत्र से जुड़ी खरीद होने के चलते इस मसले पर लंबे समय से विवाद चल रहा है।