इशरत जहां, स्मृति, अफजल और चिदंबरम के मुद्दे पर संसद में हंगामा
नई दिल्ली। लोकसभा में आज स्मृति इरानी के बयान, रोहित वेमुला, अफजल गुरू की फांसी और इशरत जहां के मुद्दे पर आए बयानों पर जमकर हंगामा हुआ। आज ही लोकसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली को आर्थिक सर्वे भी पेश करना था जिसको उन्होंने सदन में मचे बवाल के बाद पेश किया। इसमें पिछले 12 महीने की आर्थिक स्थिति और विभिन्न विकास कार्यक्रमों की समीक्षा रिपोर्ट है। इसके अलावा लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा आज भी जारी रही।
इस सर्वे को पेश किए जाने से पहले ही सदन में रोहित वेमुला, इशरत जहां, अफजल और स्मृति इरानी के मुद्दे पर हंगामा शुरू हो गया। राज्य सभा में बोलते हुए बसपा सुप्रिमो मायावती ने रेाहित वेमुला मामले में जांच कमेटी बनाने और इसमें किसी दलित को शामिल किए जाने की मांग की। उनकी इस मांग को राज्य सभा के स्पीकर और उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने सही मानते हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि इस पर सरकार जरूर विचार करेगी। वहीं भाजपा ने इशरत जहां और अफजल के मुद्दे पर घेरने की कोशिश की है। केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा है कि कांग्रेस को इस पर बयान देना चाहिए।
स्मृति इरानी के मुद्दे पर मचे घमासान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा का कहना था कि केंद्रीय मंत्री इस तरह से अपमान न करें। वहीं जदयू के सांसद अली अनवर का कहना था कि हर रोज हजारों की तादाद में पंपलेट वितरित किए जाते हैं। ऐसे में क्या स्मृति इरानी हर किसी को राज्यसभा में पढ़कर हमारे भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम करेंगी। वहीं सीताराम येचूरी ने भी मुख्तार अब्बास नकवी से अपना बयान वापस लेने की मांग की। वही नकवी ने भी विपक्ष से माफी मांगने की मांग कर डाली।
इस पर मचे हो-हल्ले पर राज्यसभा के स्पीकर का कहना था कि इस सदन की मर्यादा यही रही है कि कभी यहां पर किसी का अपमान करने के मकसद से कुछ नहीं कहा जाता है। केंद्रीय संसाधन मंत्री स्मृति इरानी ने इस मुद्दे पर जवाब देते हुए कहा कि वह खुद दुर्गा की पूजा करती है और ऐसा कहते हुए उन्हें भी दुख हुआ है। आनंद शर्मा का कहना था कि स्मृति इरानी को इस मुद्दे पर माफी मांगनी चाहिए।
दूसरी ओर भाजपा के अनुराग ठाकुर ने अफजल गुरू के मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को घेरते हुए लोकसभा में एक नोटिस दिया है। उन्होंने मांग की है कि इस मामले में उनको माफी मांगनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने पूर्व गृह सचिव जीके पिल्लई के दिए बयान पर भी चर्चा कराने की मांग की है।
गौरतलब है कि गुरुवार को स्मृति ईरानी ने सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी पर निशाना साधा था। ईरानी ने जेएनयू मामले का जिक्र करते हुए कहा कि वहां मां दुर्गा और महिषासुर के विषय में आपत्तिजनक पोस्टर लगाए गए। जब स्मृति ईरानी ने इस पर्चे का कंटेंट पढ़ा तो इसपर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया था।