सऊदी अरब आतंक का स्रोत और उसकी जाली विचार धारा वहाबियत : ईरान

ईरान : ईरान ने कहा है कि दुनिया यह जान गयी है कि सऊदी अरब और वहाबी विचारधारा ही मध्यपूर्व और दूसरे क्षेत्र में चरमपंथी हिंसा का स्रोत है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बहराम क़ासेमी ने गुरुवार को कहा कि सऊदी अरब की आतंकवाद में अपनी संलिप्तता को छिपाने की कोशिश नाकाम हो गयी है। उन्होंने कहा, “दुनिया की सबसे भयंकर आतंकवादी कार्यवाही और यमन में पेट्रो डॉलर के ज़रिए बाल जनसंहार में संलिप्तता जैसी सच्चाई को छिपाने की सऊदी अरब की निरंतर कोशिश के बावजूद, आज दुनिया अच्छी तरह जान गयी है कि इस आतंक का स्रोत सऊदी अरब और उसकी जाली विचार धारा वहाबियत है।”

बहराम क़ासेमी का “दुनिया की सबसे भयंकर आतंकवादी कार्यवाही” से अभिप्राय 11 सितंबर 2001 की अमरीका में घटी घटना है जिसे 19 लोगों ने अंजाम दिया था कि जिनमें से 15 सऊदी अरब के नागरिक थे और इन लोगों के बारे में कहा जाता है कि वे सऊदी शासन के संपर्क में थे। 11 सितंबर की घटना में 3000 लोग मारे गए थे। ज्ञात रहे सऊदी अरब वहाबी विचारधारा का खुल्लम खुल्ला प्रचार किया जाता है।