क़तर और इस के तीन ख़लीजी तआवुन कौंसिल रुक्न ममालिक सऊदी अरब, मुत्तहदा अरब इमारात और बहरैन के दरमयान सिफ़ारती तात्तुल इमकान है कि अनक़रीब ख़त्म हो जाएगा। कुवैत के नायब वज़ीरे आज़म और वज़ीरे ख़ारिजा सऊदी अरब ने कहा कि तीनों ममालिक के सफ़ीर दोहा किसी भी लम्हा वापिस जा सकते हैं।
क़तर ख़बररसां इदारा की इत्तिला के बामूजिब इस मसअले पर ख़लीजी तआवुन कौंसिल के वुज़राए ख़ारिजा के इजलास में जो कल जद्दा में मुनाक़िद किया गया था तफ़सीली तबादले ख़्याल किया। सफ़ीरों की वापसी के क़्वाइद और शराइत से इत्तिफ़ाक़ किया गया।
इजलास के बाद एक मशतर्का प्रेस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए डॉक्टर अब्दुह लतीफ़ अलज़यानी मोतमिद उमूमी ख़लीजी तआवुन कौंसिल शेख सबाह अल ख़ालिद अलहम्द अलसबाह, कुवैत के नायब वज़ीर आज़म और वज़ीरे ख़ारिजा ने कहा कि ख़लीजी तआवुन कौंसिल ने एक निज़ाम क़ायम किया है ताकि साबिक़ा रुकावटों को दूर किया जा सके।
इस के नतीजा में सफ़ीरों की वापसी किसी भी लम्हा मुतवक़्क़े है। इजलास में मुसबत और बिरादराना जज़बा देखा गया। क़ाइदीन ने अच्छी तरह महसूस किया कि उन्हें ख़लीजी तआवुन कौंसिल के इलाक़ा को दर्पेश चैलेंजों का सामना करने के लिए मुत्तहिद होना चाहीए।
अलज़यानी ने कहा कि ख़लीजी तआवुन कौंसिल के तमाम रुक्न ममालिक को सिफ़ारती बोहरान से सख़्त तकलीफ़ पहुंची और वो इस के जल्द अज़ जल्द ख़ातमा से गहरी दिलचस्पी रखते हैं।