सऊदी अरब और ईरान के दरमयान कशीदगी में इज़ाफ़ा

दुबई। 16 अक्टूबर, ( एजैंसीज़ ) सऊदी अरब के सफ़ीर बराए अमरीका अदयलाल ज़ुबैर के क़तल की साज़िश के मसला पर सऊदी और ईरान के दरमयान कशीदगी में इज़ाफ़ा होरहा है। अलारबिया टी वी ने इन्किशाफ़ किया है कि सऊदी सफ़ीर के क़तल के लिए एक डेथ उसको एड तैय्यार किया गया था।सऊदी तजज़िया कारों ने ईरान से सिफ़ारती ताल्लुक़ात मुनक़ते करने का मश्वरा दिया है। सदरे ईरान महमूद अहमदी नज़ाद पर इल्ज़ाम आइद किया गया कि उन्हों ने अल-क़ूदस ब्रिगेड के तआवुन से अमरीका में सऊदी अरब के सफ़ीर को क़तल करने केलिए टीम तैय्यार की थी। सऊदी अरब के शहज़ादा तुर्की अल-फ़ैसल ने भी मुबय्यना मंसूबा के सबूत मौजूद होने का इदा-किया है, इस से ज़ाहिर होता है कि ईरान के अहम क़ाइदीन ही क़तल के मंसूबा के ज़िम्मेदार हैं। नायब सदरे अमरीका जोय बेदिन ने कहा था कि हुकूमत ईरान ही इस क़तल के मंसूबा की ज़िम्मेदार है। ईरान ने इन इल्ज़ामात को मुस्तर्द करदिया है। वज़ीर-ए-ख़ारजा अली अकबर सालही ने कहा कि सऊदी अरब के सफ़ीर को हलाक करने के मन घड़त मंसूबा को अमरीका ने ही तैय्यार किया है।इस तरह की कार्रवाई करने केलिए ईरान को क्या ज़रूरत पेश आई है। इस मसला को नजरअंदाज़ करदेना चाहीए और ग़ैर ज़रूरी तौर पर सऊदी अरब और ईरान को आपस में उलझना नहीं चाहिये।गुज़श्ता रोज़ अलार बया टी वी ने ज़राए के हवाले से इन्किशाफ़ किया कि ईरान के रुहानी पेशवा अली ख़ा मुँह ई बुनियाद परस्तों और महमूद अहमदी नज़ाद के दरमयान पैदा शूदा बोहरान को दूर करने केलिए एक तजवीज़ पेश की गई थी कि अरब ममालिक में हुकमरानों के ख़िलाफ़ इन्क़िलाब बरपा होने के बाद ईरान में भी महमूद अहमदी नज़ाद की हुकूमत को बेदखल करने की कोशिश होसकती है। इस कोशिश को नाकाम बनाने केलिए ईरान के बाहर इस के मुख़ालिफ़ीन को क़तल करने का सिलसिला शुरू किया जाए।