सात साल पहले सऊदी अरब के इस्लामिक मामलो के मंत्रालय ने पांचो वक़्त की नमाज़ में लाउडस्पीकर को बैन कर दिया था जिसका कि काफी लोगो ने विरोध ये करते हुयें किया था कि ये नमाज़ के लिहाज़ से नकारत्मक फैसला है
लेकिन सरकार का फैसला कुरान के हिसाब से बिलकुल सही था कुरान की आयत इसरा में साफ़ साफ़ उल्लेख है कि नमाज ना तो बहुत ज्यादा आवाज़ से पड़नी चाहियें ना ही धीमी आवाज़ से अदा करना चाहिए लेकिन ज़्यादातर इमामो ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया था
रमजान में हर साल मिनिस्टरी याद दिलाती है मस्जिद के बाहर कोई साउंड सिस्टम ना हो बल्कि साउंड सिस्टम मस्जिद के अंदर होना चाहिए सिर्फ अज़ान ,जुमा और ईद के लियें ही साउंड सिस्टम का उपयोग करना चाहियें लेकिन कई मस्जिदों ने सरकार के फरमान को इस बार भी नही माना लेकिन हुकुमत ने ऐसे इमामो के खिलाफ किसी भी तरह की कार्यवाही नही की जोकि सऊदी सरकार के विज़न 2030 के लियें किस प्रकार नियमो को लागु कर पायेगी .
आस पड़ोस के काफी लोगो को ज्यादा आवाज़ से परेशानी होती है लेकिन वो इमामो से या तो डरते है या कहने में हिचक महसूस करते है
नोट -सऊदी गजट में हाला अल कहतानी के आर्टिकल का हिंदी अनुवाद है