सऊदी प्रिंस और किंग सलमान के भाई तलाल बिन अब्दुल अज़ीज़ की भूख हड़ताल के कारण बेहद कमज़ोर होने से शनिवार को मौत हो गई।
87 वर्षीय प्रिंस तलाल सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की नीतियों के मुखर विरोधी थे और उन्होंने बिन सलमान को उनके पद से हटाए जाने की मांग को लेकर खाना बंद कर रखा था।
प्रेस टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक़, तलाल की हालत बिगड़ने पर उन्हें रियाज़ में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पिछले साल सऊदी युवराज मोहम्मद बिन सलमान ने प्रिंस तलाल के बेटे एवं देश के सबसे अमीर व अरबपति व्यवसायी वलीद बिन तलाल समेत दर्जनों राजकुमारों को क़ैद कर दिया था और अरबों डॉलर की फिरौती के बाद ही उन्हें रिहा किया।
बिन सलमान द्वारा वलीद और अपने अन्य दो बेटों को क़ैद करने का विरोध करते हुए प्रिंस तलाल ने पिछले साल नवम्बर से खाना छोड़ दिया था। सूत्रों के अनुसार, मोहम्मद बिन सलमान ने 6 अरब डॉलर की फिरौती लेकर ही जनवरी 2018 में वलीद बिन तलाल को रिहा किया था।
भूख हड़ताल शुरू करने से पहले, प्रिंस तलाल ने अपने दोस्तों से कहा था कि मोहम्मद बिन सलमान के अत्याचारों और भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ वे सभ्य रूप से विरोध करेंगे, ताकि सऊदी जनता और विश्व समुदाय का ध्यान इस ओर खींच सकें।
ग़ौरतलब है कि देश में रूढ़ीवादी क़ानूनों में सुधारों की मांग का दिवंगत प्रिंस का पुराना इतिहास रहा है। 1960 में सुधारों की मांग के लिए विरोध करने के कारण उन्हें 4 साल के लिए निर्वासन में जीवन बिताना पड़ा था।
1964 में फ़ैसल बिन अब्दुल अज़ीज़ अल सऊद के किंग बनने के बाद ही तलाल की घर वापसी हुई थी। 2011 में, उन्होंने राजनिष्ठा परिषद से इस्तीफ़ी दे दिया था, यह परिषद शाही उत्तराधिकार से संबंधित मामलों की देखरेख के लिए ज़िम्मेदार है।
प्रिंस तलाल ने सऊदी महिलाओं को काम करने, उन्हें ड्राइविंग का अधिकार मिलने और रियाज़ के अत्यधिक सैन्य ख़र्चों को सीमित करने के लिए भी लम्बी लड़ाई लड़ी। सऊदी शाही परिवार का कहना है कि रविवार को राजधानी रियाज़ में प्रिंस को दफ़्न किया जाएगा।
साभार- ‘parstoday.com’