सऊदी अरब: दो सालों में करीब 16 हजार भारतीय नौकरी छोड़ने पर मजबूर!

सऊदी अरब की कंपनी जदवा इन्वेस्मेंट की ओर जारी आंकड़ों के अनुसार भारत, पाकिस्तान, फ़िलिपीन सहित अन्य दूसरे देशों से संबंध रखने वाले लगभग 16 लाख मज़दूर पिछले दो वर्ष के दौरान सऊदी अरब में नौकरी छोड़कर अपने अपने देश वापस जाने पर मजबूर हुए।

पार्स टुडे डॉट कॉम पर छपीरिपोर्ट के अनुसार, जुलाई 2017 और जनवरी 2018 के बीच के समय में विदेशी कर्मी और उनके परिवार पर फ़ीस में असमान्य वृद्धि के कारण मज़दूरों ने सऊदी अरब छोड़ने का फ़ैसला किया।

इस हवाले से पेश किए गये आंकड़ों के अनुसार समस्त विभागों में विदेशी कर्मियों की कमी देखेने में आई किन्तु निर्माण विभाग सबसे अधिक प्रभावित हुआ है जो 57 प्रतिशत बनता है।

रिपोर्ट के अनुसार निर्माण विभाग को लगभग 9 लाख 10 हज़ार विदेशी मज़दूरों ने छोड़ दिया। इसके अतिरिक्त व्यापारिक विभाग जिसमें होल सेल और रिटेल शामिल हैं, कुल मिलाकर 3 लाख 40 हज़ार विदेशी कर्मियों ने वापसी का सफ़र किया।

रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अरब को हमेशा के लिए छोड़ने वालों की सबसे अधिक संख्या भारतीय नागरिकों की है जबकि पाकिस्तान दूसरे नंबर पर आता है।

इस हवाले से बताया गया है कि सऊदी सरकार ने जुलाई 2017 में समस्त विदेशी कर्मियों और उनके परिवार पर व्यक्तिगत रूप से फ़ैमिली फ़ीस लागू किया। बताया गया कि पहले वर्ष हर विदेशी कर्मी पर 100, दूसरे साल 200, तीसरे साल 300 और चौथे साल 400 रियाल प्रतिमाह फ़ीस लागू कर दी गयी थी।