सऊदी अरब ने अमेरिका से कहा- ‘यरुशलम ही रहेगा फलस्तीन की राजधानी’

इज़राइली अख़बार, हारेतज़ के मुताबिक, सऊदी किंग सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ द्वारा व्हाइट हाउस में भेजे गए एक पत्र का खुलासा किया जिसमें सऊदी अरब ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की शांति योजना को अस्वीकार कर दिया।

हारेतज़ ने एक रिपोर्ट में कहा कि: “सऊदी अरब ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन को सूचित किया है कि वह इजरायल और फिलिस्तीन के बीच अपनी शांति योजना का समर्थन नहीं कर पाएगा, जिसे मीडिया में डील ऑफ़ सेंचुरी यानी ‘सदी का सौदा’ कहा जाता है. अगर फिलिस्तीन की राजधानी के रूप में जेरूसलम को मान्यता नहीं दी गयी तो हम अमेरिका का समर्थन कभी नहीं करेंगे।

अखबार ने दो राजनयिकों को उद्धृत किया जिन्होंने शांति योजना वार्ता में भाग लिया था: “सऊदी राजा सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ ने फिलिस्तीनी स्थिति के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया और अरब नेताओं को आश्वासन दिया कि राज्य अभी भी 2002 अरब शांति पहल के लिए प्रतिबद्ध है, सऊदी किंग सलमान ने फिलिस्तीन का साथ छोड़ने की बात कहीं है।

समाचार पत्र ने बताया कि सऊदी किंग ने हाल ही में वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों, फिलिस्तीनी अथॉरिटी के अध्यक्ष महमूद अब्बास और अन्य अरब नेताओं के साथ आयोजित टेलीफोन वार्तालापों की एक श्रृंखला में यह स्थिति व्यक्त की।

साभार- वर्ल्ड न्यूज हिन्दी