सऊदी अरब: पवित्र शहर मक्का पर हुए हमले की साजिश के पीछे ईरान का हाथ : विदेश मंत्री

मक्का: कल यमन होती विद्रोहियों द्वारा आलमे इस्लाम के पवित्र शहर मक्का को निशाना बनाकर बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने की नाकाम कोशिश में मुस्लिम दुनिया और अरब देशों में गंभीर चिंता पाई जा रही है, सऊदी अरब के विदेश मंत्री आदिल अलजबीर ने कहा है कि मक्का पर मिसाइल हमले की साजिश के पीछे ईरान का हाथ है जो यमन की होती विद्रोहियों को इस तरह का हथियार प्रदान कर रहा है। उनका कहना है कि होतयों ने मक्का बल्कि बैतुल्लाह को निशाना बनाने की नापाक कोशिश की है।

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इस घटना की जहां एक ओर चौतरफा निंदा की जा रही है तो वहीं सऊदी अरब के साथ एकजुटता में वृद्धि भी हुई है। वहीं, खाड़ी सहयोग परिषद ने मक्का पर मिसाइल हमले की कोशिश को करोड़ों मुसलमानों की भावनाओं को उत्तेजित करने की घिनौनी साजिश करार देते हुए विश्व समुदाय से होतयों के खिलाफ सख्त नीति अपनाने की मांग की है।

गौरतलब है कि जुमा के रोज़ सऊदी सेना ने येमेनी होतयों द्वारा दागे गए बैलिस्टिक मिसाइल को मक्का से 65 किलोमीटर बीच रास्ते में ही रोक दिया था और इसे नष्ट कर दिया था।
अल अरबिया डॉट नेट के अनुसार, सऊदी अरब की राजधानी रियाद में विदेशी राजदूतों, वैश्विक नेताओं और संगठनों ने इस बर्बर कार्रवाई की कड़ी निंदा की है।
जर्मनी के राजदूत डीटर डब्ल्यू हालर ने कहा कि हम कड़े शब्दों में इस हमले की निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार, यमन के सभी पक्षों पर शांति वार्ता को बहाल करके यमन संकट का समाधान खोजें।
वहीं नॉर्वे के राजदूत रोल्फ़ हंसी ने अमेरिका से अरब न्यूज के साथ टेलीफोन पर बातचीत में कहा कि सभी शांतिप्रिय लोग इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे विचार में यमन समस्या का समाधान बातचीत की मेज पर बैठ कर शांतिपूर्ण तरीके से निकाला जा सकता है।
फिनलैंड के राजदूत पका ने कहा कि सऊदी धरती पर इस तरह के मिसाइल हमले की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने यमन में शांति बहाली के लिए एक रोडमैप तैयार किया है और होती मलेशिया की इस हरकत से शांति प्रक्रिया प्रभावित हो जाएगा।
मिसाइल घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय राजदूत अहमद जावेद ने कहा कि पवित्र स्थान को निशाना बनाए जाने की घटना की निंदा की जानी चाहिए।
पाकिस्तान के राजदूत मंज़ूर उल हक ने कहा कि पवित्र शहर पर मिसाइल हमले की खबर सभी मुसलमानों के लिए चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि मक्का या राज्य के किसी अन्य भाग में होने वाले हमले की हम निंदा करते हैं।
तुर्की के राजदूत यूनुस डीमरर ने कहा यह सुनकर हमें संतोष हुआ कि सऊदी अरब के बलों ने इस मिसाइल को नाकाम कर दिया और उसे तबाह व बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि हमारी विदेश मंत्रालय ने अलग से एक बयान जारी कर इस हमले की निंदा की है।
वहीं बांग्लादेश के राजदूत गुलाम मूशी ने कहा कि होतयों के इस बर्बर प्रक्रिया हम निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि यह सऊदी अरब पर हमला नहीं है बल्कि यह जानबूझकर इस्लाम पर क्या गया हमला है। राजदूत ने कहा कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व में मक्का और मदीना जैसे पवित्र शहरों की सुरक्षा के लिए बांग्लादेश अपने सैनिक भेजने को तैयार है।
संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री अब्दुल्ला बिन जायद ने एक बयान में कहा है कि ईरानी रजीम एक तरफ खुद को इस्लामी के प्रतिनिधि होने का दावा करती है और दूसरी ओर वह मक्के पर रॉकेट बरसाने के लिए यमन के होती चरमपंथियों की मदद भी कर रहा है।
बहरीन और कतर ने भी मक्का पर होतयों के रॉकेट हमले की तीव्र शब्दों में निंदा करते हुए होती आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सऊदी अरब का साथ देने की प्रतिबद्धता को दोहराया है।