रियाद 23 अक्टूबर (एजैंसीज़) हुकूमत सऊदी अरब अब अपने अवाम के लिए इंतिहाई संजीदा फ़ैसले कर रही है। सब से पहले यहां बरसर रोज़गार तारकीन-ए-वतन की तादाद को कम किया जाएगा जिस के ज़रीया मुक़ामी अफ़राद के लिए मुलाज़मतों के मवाक़े पैदा होंगी।
सऊदी अरब में बेरोज़गारी की शरह दस फ़ीसद से ज़ाइद हो चुकी है। सऊदी अरब हुकूमत के मंसूबा के मुताबिक़ तारकीन-ए-वतन या दीगर ममालिक से मुलाज़मत के लिए आए हुए अफ़राद का तनासुब मुल़्क की आबादी के तनासुब से 20 फ़ीसद तक ही महिदूद होना चाहिए।