सऊदी अरब साईंस और जदीद टेक्नॉलोजी के मैदान में तेज़ी से तरक़्क़ी की मनाज़िल तय करते हुए ख़लाई टेक्नॉलोजी का हामिल पहला अरब मुल्क बन गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक़ सऊदी अरब ने गुज़िश्ता 36 बर्सों में 12 मस्नूई सय्यारे ख़ला में भेजने के साथ साथ मुख़्तलिफ़ फ़िज़ाई सलाहीयतों के हामिल ड्रोन तैयारे भी तैयार कर लिए हैं।
अल अरबिया के मुताबिक़ सऊदी अरब के शाह अब्दुल अज़ीज़ सिटी ऑफ़ साईंस और टेक्नॉलोजी की जानिब से जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि रियाज़ को अरब ममालिक में ख़लाई टेक्नॉलोजी के हामिल ममालिक में पहले मुल्क का दर्जा हासिल है।
रिपोर्ट के मुताबिक़ सऊदी माहिरीन ने अपनी शबाना रोज़ मेहनत से तीन दहाईयों में 12 मस्नूई सय्यारे ख़ला में भेज कर मुल्क का नाम रौशन किया है। ये सय्यारे इस वक़्त अरब ममालिक, बर्रे आज़म यूरोप, अफ़्रीक़ा, हिंदुस्तान और पाकिस्तान से मुवासलाती राबितों में मदद फ़राहम करते हैं।