सऊदी अरब में हिंदूस्तानियों के लिए रोज़गार मवाक़े कम

त्रिवनंतापुरम, 29 मार्च: ( आई ए एन इस ) सऊदी अरब में मुलाज़मतों में मुक़ामी अफ़राद को 10 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात की पॉलीसी पर हिंदूस्तान ने तशवीश का इज़हार किया है और कहा कि इससे ख़लीजी ममलकत में हिंदूस्तानियों के लिए रोज़गार के मवाक़े घट जाएंगे । मर्कज़ी वज़ीर बराए समुंद्र पार उमूर मिस्टर वेलार रवी ने केराला में टी वी चैनलों से बात चीत करते हुए कहा कि रोज़गार में सऊदी बाशिंदों को 10 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात का मसला संगीन नौइयत का है क्योंकि इससे ना सिर्फ़ हिंदूस्तान बल्कि दूसरे ममालिक भी मुतास्सिर होंगे ।

उन्होंने कहा कि कल उन्होंने सऊदी अरब में हिंदूस्तानी सफ़ीर से बात की है और उन से कहा कि वो तमाम तब्दीलियों पर उन्हें मतला करते रहें। सऊदी हुकूमत में इस पॉलीसी पर अमल आवरी के लिए आ जरीन को जो मोहलत दी गई थी वो कल चहारशंबा को ख़त्म हो गई है । इसके तहत छोटे और औसत कारोबारी इदारों में सऊदी बाशिंदों को 10 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम करना लाज़िमी है ।

केराला अमूरके वज़ीर मिस्टर के सी जोज़फ ने कहा कि रियासती हुकूमत ने इस मसला का नोट लिया है और चीफ मिनिस्टर ओमन चंडी वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह और दूसरे मर्कज़ी वुज़रा के साथ राबिता करते हुए इस बात को यक़ीनी बनाएंगे कि वो ज़रूरी मुदाख़िलत करें। मिस्टर जोज़फ ने कहा कि हिंदूस्तान को एक सहूलत ये हासिल है कि इस के सऊदी अरब के साथ बेहतरीन ताल्लुक़ात हैं।

साथ ही अगर इस मुल्क में कोई नया क़ानून लागू होता है तो ये उन की पॉलीसी है और हम सिर्फ़ इतना कर सकते हैं कि इस मुआमला में नरमी से कोई रास्ता तलाश करने की कोशिश करें। हम सऊदी हुकूमत को इस पॉलीसी से हिंदूस्तान की मईशत पर होने वाले असरात से वाक़िफ़ करवाने की कोशिश करेंगे ।
सऊदी अरब हिंदूस्तान के गैर हुनरमंद और औसत हुनरमंद तबक़ा का पसंदीदा मुल्क रहा है जहां लाखों की तादाद में हिंदूस्तानी बरसर रोज़गार हैं ।