नौकरियां जाने के बाद वित्तीय मुश्किलों के चलते खाने की जबरदस्त कमी का सामना कर रहे हजारों भारतीय कामगारों को यहां स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास द्वारा भोजन उपलब्ध कराया गया है।
भारतीय वाणिज्य दूतावास ने ट्वीट किया, ‘भारतीय वाणिज्य दूतावास (जेद्दा) और भारतीय समुदाय के खाद्य वितरण का मिशन रविवार तड़के 2:45 बजे पूरा हो गया।’ उसने कहा, ‘सभी पांच शिविरों शुमैसी, सिस्तेन, मैक्रोना, सोजेक्स, हाइवे, तैफ को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई गई। पिछले चार दिनों से जारी प्रयास पूरी तरह से सफल रहा।’
मानवीय संकट के चलते सऊदी अरब में 10,000 से अधिक भारतीय कामगार अपनी नौकरियां जाने के बाद भयंकर खाद्य की कमी से जूझ रहे हैं और सरकार ने इस खाड़ी देश में अपने मिशन को इन्हें अन्य सहायता के अलावा भोजन उपलब्ध कराने का आदेश दिया है।
सबसे पहले सुषमा ने कहा, ‘मैं आपको यकीन दिलाती हूं कि सऊदी अरब में नौकरी गंवाने वाले किसी भारतीय को भूखा नहीं रहना पड़ेगा। मैं पूरे मामले की निगरानी हर घंटे कर रही हूं।’ उन्होंने कहा कि सऊदी अरब और कुवैत में बड़ी संख्या में भारतीयों ने अपनी नौकरियां गवाई हैं और उनके नियोक्ताओं ने उन्हें वेतन नहीं दिए हैं और अपने कारखाने बंद कर दिए हैं।
विदेश मंत्री ने कहा, ‘नतीजतन, सऊदी अरब और कुवैत में हमारे भाइयों-बहनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।’ उन्होंने कहा कि कुवैत में तो चीजें संभालने लायक हैं, लेकिन सऊदी अरब में मामला बदतर है।
उन्होंने कहा कि विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर कुवैत और सऊदी अरब के अधिकारियों के सामने इस मुद्दे को उठाएंगे। विदेश मंत्री ने ट्वीट किया, ‘मेरे सहकर्मी वी के सिंह इन मामलों को सुलझाने के लिए सऊदी अरब जाएंगे और एम जे अकबर कुवैत और सऊदी अरब के अधिकारियों के सामने इस मुद्दे को उठाएंगे।’
भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारी पहले ही जेद्दा के समीप हाइवे कैंप की ओर रवाना हो चुके हैं जहां सैकड़ों कामगारों को सहायता की दरकार है।