हिंदूस्तान ने आज सऊदी अरब से 5 मिलियन टन इज़ाफ़ी ख़ाम तेल सरबराह करने की ख़ाहिश की है ताकि कुछ इरानी ख़ाम तेल की दरआमद को रोका जा सके । इरान से मैंगलोर रिफ़ाइनरी और इंडियन ऑयल कारपोरेशन ख़ाम तेल हासिल करते हैं।
मैंगलोर रीफ़ाइनरी इरान से सबसे ज़्यादा 7.1 मिलियन टन ख़ाम तेल हासिल करती है और वो अपने ज़राए को वसीअ करने के ताल्लुक़ से दिलचस्पी रखती है की उनका उसे अंदेशा है कि ख़लीज फ़ारस से तेल की सरबराही मुतास्सिर हो सकती है ।
इरान को अमेरीका और योरोपी अक़्वाम की जानिब से मआशी तहदेदात का सामना है । वज़ीर पैट्रोलीयम मिस्टर एस जय पाल रेड्डी सऊदी अरब के डिप्टी वज़ीर तेल अबदुल अज़ीज़ बिन सलमान बिन अबदुलअज़ीज़ के साथ वफ़ूद की सतह की बात चीत के बाद अख़बारी नुमाइंदों से बात चीत करते हुए कहा कि हम ने सऊदी हुक्काम से कहा है कि उन्हें हर साल अपने तेल की फ़राहमी में 4 से 5 मिलियन टन तेल का इज़ाफ़ा करना चाहीए ।
कहा गया है कि हिंदूस्तान ने कहा है कि इसकी मैंगलोर रीफ़ाइनरी की सलाहियतों में इज़ाफ़ा हुआ है इसलिए यौमिया 100,000 बेरियल तेल फ़राहम करने की ख़ाहिश की गई है । हिंदूस्तान सऊदी अरब से जुमला 27 मिलियन टन तेल हासिल करता है ।
इसमें इज़ाफ़ा से हिंदूस्तान को इरान को मआशी अदायगीयों और वसाइल मुजतमा करने मदद मिल सकती है । ओहदेदारों का कहना है कि जो इज़ाफ़ी तेल तलब किया गया है वो मैंगलोर रीफ़ाइनरी के इलावा इंडियन ऑयल कारपोरेशन के लिए है ।
ये दोनों इरान से 1.5 मिलियन टन तेल हासिल करते हैं। जय पाल रेड्डी ने कहा कि सऊदी अरब के साथ हिंदूस्तान के ताल्लुक़ात बाहमी के हैं और वो हिंदूस्तान को ज़्यादा तेल सरबराह करने वाला मुल्क है । इससे ताल्लुक़ात का दुनिया के किसी भी मुल्क बिशमोल इरान के साथ हिंदूस्तान के ताल्लुक़ात से कोई ताल्लुक़ नहीं है ।
सऊदी अरब के वज़ीर मौसूफ़ ने कहा कि इनका मुल्क 2.5 मिलियन बेरियल इज़ाफ़ी तेल पैदा करने की सलाहियत रखता है।