सऊदी उल्मा कौंसिल: ईरानी लीडरों के ब्यानात की मुज़म्मत

सऊदी अरब के सीनियर उल्मा की कौंसिल ने ईरान की जानिब से सैंतालीस सज़ा याफ़्ता दहशतगर्दों के सर कलम किए जाने के रद्दे अमल में सऊदी अरब मुख़ालिफ़ ब्यानात की मुज़म्मत की है। सऊदी अरब की मुख़्तलिफ़ जेलों में हफ़्ते के रोज़ उन दहशतगर्दों के सर कलम किए गए हैं।

उनमें एक मारूफ़ शीया मोबल्लिग़ नमर अल नमर भी शामिल था। सीनियर उल्मा की कौंसिल सऊदी अरब का सबसे आला मज़हबी इदारा है। कौंसिल ने इतवार को जारी कर्दा बयान में कहा है कि मुजरिमों के ख़िलाफ़ अदालती फ़ैसलों हर अमल दरामद किया गया है और अदालतों ने ही उन्हें क़सूरवार क़रार देकर मौत की सज़ाएं सुनाई थीं।

ईरान के एक मारूफ़ आलम दीन और माहिरीन की असेंबली के रुक्न आयत उल्लाह अहमद खातमी ने नमर अल नमर का सर कलम किए जाने पर तन्क़ीद की है और कहा है कि इस के संगीन मुज़म्मिरात होंगे।

ईरान की वज़ारते ख़ारजा के तर्जुमान हुसैन जाबिर अंसारी और ईरानी पार्लीमान के स्पीकर अली लारी जानी ने भी अलग अलग ब्यानात में नमर को सज़ा में मौत के घाट उतारे जाने की सख़्त मुज़म्मत की है।