सऊदी जामिआ में तालेबात के ट्राउज़र पहनने पर इम्तिना

रियाद, 16 दिसंबर: ( एजेंसी) सऊदी अरब के दार-उल-हकूमत रियाद में वाकेय् शहज़ादी नूरा बिंत अबदुर्रहमान यूनीवर्सिटी ने तालेबात ( Female Students) पर ट्राउज़र और स्कर्टस पहनने पर पाबंदी आइद कर दी है और उन पर ज़ोर दिया है कि वो कैंपस की हदूद में लिबास के ज़ाबते की पाबंदी करें।

जामिआ ने एक बयान में खासतौर पर स्कूल आफ़ आर्ट ऐंड डिज़ाइन की तालेबात को मुख़ातिब किया है और उन्हें ज़ाबता लिबास की पाबंदी के लिए कहा गया है लेकिन उसकी वजह नहीं बताई गई। लिबास के नए ज़ाबते के तहत तालेबात पर ऐसी स्कर्टस पहनने पर पाबंदी आइद कर दी गई है जिनसे जिस्म उर्यां ( नंगा/ अशलील) नज़र आ सकता हो।

उन्हें सयाह और गहरे रंग की मोटी स्कर्टस पहनने की इजाज़त होगी। तालेबात को जामिआ की हदूद में किसी भी रंग की क़मीसें पहनने की इजाज़त है लेकिन उनके कपड़े से आर पार कुछ भी नज़र नहीं आना चाहिए। लिबास के ज़ाबते की ख़िलाफ़वरज़ी करने वाली तालिबात को जमात में हाज़िर होने के बावजूद ग़ैर हाज़िर शुमार किया जाएगा।

इससे क़बल एक और सऊदी जामिआ शाह अबदुल अज़ीज़ यूनीवर्सिटी ने एक बयान में कहा था कि वो ख़वातीन के कैम्पस में ट्राउज़र पहनने के ख़िलाफ़ नहीं है लेकिन ये पायजामे शाइस्ता अंदाज़ में डिज़ाइन किए गए हो और अवामी मिज़ाज से हम आहंग हो।

अगर कोई तालेबा जामिआ के वज़ा किए गए ज़ाबतों की ख़िलाफ़वरज़ी करती हुई पाई गयी तो जामिआ के क़वानीन के मुताबिक़ इस के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी |