नई दिल्ली, 02 अप्रैल: हुकूमत ने आज कहा कि वो सऊदी अरब की सूरत-ए-हाल पर मुस्तक़िल नज़र रखे हुए है कि क्योंकि वहां “नताका” पॉलीसी पर अमल किया जा रहा है । हुकूमत ने कहा कि वो इन हिंदूस्तानी वर्कर्स की मदद करने तैयार है जो इस पॉलीसी से रोज़गार से महरूम हो रहे हैं।
नताका क़ानून के तहत मुक़ामी कंपनियों के लिए ये लाज़िमी कर दिया गया है कि वो अपनी कंपनियों में दस फ़ीसद सऊदी बाशिंदों को मुलाज़मत फ़राहम करें। ये कयास किया जा रहा है कि इस पॉलीसी के तहत हिंदूस्तान के बेशुमार तारकीन वतन के लिए रोज़गार के मौक़े ख़त्म हो जाएंगे । वज़ीरए ख़ारेजा सलमान ख़ूर्शीद ने कहा कि इस मसला में जो कुछ किया जाना है वो किया जाएगा और ख़ौफ़ज़दा होने की ज़रूरत नहीं है ।
उन्होंने कहा कि वो कल वेलार रवी और ई अहमद से मुलाक़ात कर रहे हैं और सूरत-ए-हाल का जायज़ा लेने के बाद जो कुछ भी करने की ज़रूरत है वो किया जाएगा। उन के ख़्याल में इस से कोई ख़ौफ़ फैलाने की ज़रूरत नहीं है । ये मामूल का मसला है और हर मुल्क वक़फ़ा वक़फ़ा से ऐसा करता है ।
किसी को भी किसी तरह की मदद की ज़रूरत हो तो हुकूमत फ़राहम करने तैयार है। उन्होंने कहा कि हुकूमत की जानिब से अपने सिफ़ारतख़ाना के ज़रीया सूरत-ए-हाल पर नज़र रखी जा रही है और किसी भी हिंदूस्तानी शहरी को मदद की ज़रूरत हो तो हुकूमत ऐसा करने तैयार है ।
उन्होंने कहा कि अगर कोई किसी दूसरे मुल्क को जाना चाहता हो तो उसे पहले इस मुल्क के क़वाइद-ओ-क़वानीन के ताल्लुक़ से मुतमईन करना होता है ।