सऊदी अरब में मुवासलाती टैक्नालोजी के इस्तिमाल की नित नई जिहतें रोज़ाना सामने आरही हैं। इन सहूलयात को मख़सूस मुल्की हालात से हम आहंग करने की एक हालिया कोशिश मॉनीट्रिंग या निगरानी का एक जदीद निज़ाम है।
इस निज़ामके तेहत मर्द हज़रात अपनी महारिम की नक़ल-ओ-हरकत के बारे में हमावक़त मतला रह सकेंगे। वाज़ेह रहे कि ख़वातीन ड्राइविंग पर पाबंदी और महरम की इजाज़त के बगै़र सफ़र जैसे इक़दामात के बाइस सऊदी हुक्काम पहले ही तन्क़ीद का सामना कर रहे हैं।
नए निज़ाम के तहत बैरून-ए-मुल्क सफ़र की ख़ाहिशमंद ख़वातीन को हवाई अड्डे पर महरम का मख़सूस फ़ार्म पर जारी करदा तहरीरी इजाज़तनामा दिखाना होगा।