दुबई 23 अक्तूबर (पी टी आई) सऊदी अरब के वलीअहद शहज़ादा सुलतान बिन अबदुलअज़ीज़ नायब वज़ीर-ए-आज़म और वज़ीर-ए-दिफ़ा-ओ-हवाबाज़ी का आज बैरून-ए-मुल्क इंतिक़ाल हो गया।
सऊदी अरब के शाही फ़रमान में ये बात बताई गई। वली अहद शहज़ादा सुलतान जो 86 साल के थी, जून से तिब्बी मुआइना के लिए अमरीका में मुक़ीम थे। इन की मौत से उन के भाई शहज़ादा नाइफ़ अब तेल की दौलत से मालामाल अहम मलिक के शाह अबदुल्लाह बिन अबदुलअज़ीज़ के जांनशीन होंगे।
नाइफ़ के बजाय सुलतान बिन अबदुलअज़ीज़ को शाह अबदुल्लाह के जांनशीन थे, लेकिन उन की मौत ने उन के भाई शहज़ादा नाइफ़ को उन की जा नशीनी का दर्जा दिया है।
ख़ादिम हरमैन शरीफ़ैन शाह अबदुल्लाह बिन अबदुलअज़ीज़ ने अपने भाई की वफ़ात पर गहरे दुख-ओ-सदमा का इज़हार किया। तवील अलालत के बाइस उन की सऊदी अरब से बाहर आज सुबह उन की रूह परवाज़ कर गई।
सऊदी अरब की न्यूज़ एजैंसी एस पी ए ने इंतिक़ाल की न्यूज़ जारी की। सऊदी टेलीविज़न चिया नलों ने भी मक्का मुअज़्ज़मा की तसावीर के साथ करानी आयात के दरमयान उन के इंतिक़ाल की ख़बर नशर की। सऊदी एजैंसी ने कहा कि दार-उल-हकूमत रियाज़ में मंगल के दिन नमाज़ जनाज़ा और तदफ़ीन अमल में आएगी। सुलतान बिन अबदुलअज़ीज़ की मय्यत न्यूयार्क से सऊदी अरब लाई जाएगी।
वो सऊदी शाही ख़ानदान की सातवीं पुश्त के रुकन थी। इन का क़बीला सात भाईयों पर मुश्तमिल है। जिन के आबा-ए-ओ- अज्दाद सऊदी अरब के शाही ख़ानदान से ताल्लुक़ रखते हैं।
मरहूम शाह फ़हद उन के सब से बड़े भाई थी। सौतेले भाई शाह अबदुल्लाह और सुलतान बिन अबदुलअज़ीज़ ने सेहत की वजह से तवील वक़्त बैरून-ए-मुल्क गुज़ारा ही। इन का जुलाई में ऑप्रेशन किया गया था, लेकिन उन की अलालत या सेहत से मुताल्लिक़ कोई बेहतरी दिखाई नहीं दी।
हालिया बरसों में आने वाली इत्तिलाआत में बताया गया था कि सुलतान बिन अबदुलअज़ीज़ कैंसर के आरिज़ा में मुबतला थे। इन का इंतिक़ाल उस वक़्त हुआ जब उन के भाई 87 साला शाह अबदुल्लाह बिन अबदुलअज़ीज़ भी रियाज़ में ज़ेर-ए-इलाज हैं।
एक हफ़्ता क़बल उन की रीढ़ की हड्डी का ऑप्रेशन किया गया है। ऑप्रेशन के बाद जारी करदा तसावीर में उन्हें सेहत मंद बताया जा रहा ही। शाह अबदुल्लाह बिन अबदुलअज़ीज़ के बाद 78 साला शहज़ादा नाइफ़ सऊदी हुकूमत के सरबराह होंगे ।