ईरानी क़ौमी सलामती की सुप्रीम कौंसिल के सैक्रेट्री अली शमख़ानी ने एक ग़ैर मानूस इक़दाम का ऐलान करते हुए बताया है कि “सऊदी सिफ़ारत ख़ाने पर हमला करने वालों को अदालत में पेश कर दिया गया है जहां उनके ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई की जा रही है”।
ईरानी रेडीयो ऐंड टैलीविज़न एजेंसी के मुताबिक़ शमख़ानी ने एक प्रैस कान्फ़्रैंस में बताया कि “हुकूमत तेहरान में सऊदी सिफ़ारत ख़ाने पर हमले के केस की पैरवी कर रही है, हमले में मुलव्विस अफ़राद को शनाख़्त करके उनका मुआमला अदालती हुक्काम के हवाले कर दिया गया है”। शमख़ानी ने वाक़िये में मुलव्विस अफ़राद की शनाख़्त ज़ाहिर नहीं की।
ताहम इस से क़ब्ल ईरानी मीडिया और ईरानी पार्लियामेंट के रुक्न मुहम्मद रज़ा महसनी सानी जो क़ौमी सलामती और ख़ारिजा पालिसी की कमेटी के रुक्न भी हैं,की जानिब से सऊदी सिफ़ारत ख़ाने पर हमले के मास्टरमाइंड की शनाख़्त के तौर पर”हसन कुर्द मेहन” के नाम का ऐलान किया गया था। मेहन शाम में ईरानी पासदाराने इन्क़िलाब की सफ़ों में शामिल हो कर लड़ाई में शरीक था