एक नए क़ानून के तहत सऊदी अरब ने ख़्वातीन को हक़ रायदही से इस्तिफ़ादा करने और बल्दी इंतिख़ाबात में मुक़ाबला करने की इजाज़त दे दी है। अख़बारी इत्तिलाआत के बामूजिब ये अहकाम नाफ़िज़ुल अमल हो चुके हैं।
सऊदी अरब की मजलिस वुज़रा के एक इजलास में जिस की सदारत नायब वज़ीरे आज़म और वज़ीरे दिफ़ा वली अहद शहज़ादा सलमान ने की, क़ानून को मंज़ूरी दी थी, इस से मर्द और ख़्वातीन दोनों को बहैसीयत उम्मीदवार मुक़ाबला करने,
हक़ रायदही से इस्तिफ़ादा और आइन्दा साल के बल्दी इंतिख़ाबात के लिए किसी का नाम पेश करने के मुसावी हुक़ूक़ हासिल होंगे। रोज़नामा अरब न्यूज़ की ख़बर के बामूजिब ख़्वातीन को 2011 में इंतिख़ाबात में मुक़ाबला करने की इजाज़त नहीं दी गई थी।