पाकिस्तानी पार्लीमान ने यमन में हूसी बाग़ीयों के ख़िलाफ़ जारी सऊदी फ़ौजी इत्तिहाद की कार्यवाईयों में शामिल ना होने और ग़ैर जानिबदार रहने का फ़ैसला किया है लेकिन पाकिस्तान अपने क़रीबी दोस्त सऊदी अरब के शाना बशाना खड़ा रहेगा।
यमन की सूरते हाल पर पाँच रोज़ तक जारी रहने वाले पार्लीयामेंट के मुशतर्का इजलास में यमन के मुआमले पर बहस के बाद जुमे के रोज़ वज़ीरे ख़ज़ाना इसहाक़ डार ने बारह नकात पर मुश्तमिल एक मुत्तफ़िक़ा क़रारदाद ऐवान में पेश की।
इस क़रारदाद में कहा गया है कि पाकिस्तान यमन के तनाज़े के हल के लिए अक़्वामे मुत्तहदा और ओ आई सी में सरगर्म सिफ़ारती किरदार अदा करेगा। क़रारदाद के मुताबिक़ यमन में जारी जंग फ़िर्कावाराना नौईयत की नहीं है लेकिन इस के फ़िर्कावाराना तनाज़े में तबदील होने के इमकानात मौजूद हैं, जिस के पाकिस्तान समेत ख़ित्ते पर संगीन नताइज मुरत्तिब हो सकते हैं।
इस मुत्तफ़िक़ा क़रारदाद में पाकिस्तानी पार्लीमान ने सऊदी अरब की इलाक़ाई सालमीयत या हरमैन शरीफ़ैन को किसी किस्म के ख़तरे की सूरत में सऊदी अरब के शाना बशाना खड़े होने के अज़म का इआदा भी किया है।