सख़्त गीर हिंदुतवा नज़रिया पर बरक़रार रहने मोदी को मश्वरा

बी जे पी की देरीना हलीफ़ जमात शिवसेना ने आज कहा कि नरेंद्र मोदी को बी जे पी में वज़ारत-ए-उज़मा का उम्मीदवार बनाए जाने पर अव्वाम का रद्द-ए-अमल मुसबत है और गुजरात के चीफ़ मिनिस्टर मोदी को चाहिए कि अब इस बात को यक़ीनी बनाए कि वो सख़्त गीर हिंदुतवा पालिसी को तर्क नहीं करेंगे।

शिवसेना के सदर उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम उम्मीद‌ करते हैं कि मोदी सख़्त गीर हिंदुतवा का नज़रिया तर्क नहीं करेंगे। उन्हें हिंदुतवा के मसला पर कोई समझौता नहीं करना चाहिए। शिवसेना के तर्जुमान मराठी रोज़नामा सामना ने अपने ईदारिया में लिखा है कि औसत तबक़ा से ताल्लुक़ रखने वाले अव्वाम बी जे पी में वज़ारत-ए-उज़मा के ओहदा पर मोदी की तैनाती पर ख़ुश हैं जो बज़ात-ए-ख़ुद निस्फ़ जंग जीत लेने के मुतरादिफ़ है।

उस‌ने अपने ईदारिया में मज़ीद लिखा कि हम ने खुले दिल से मोदी की ताईद की है क्योंकि हमारी ख़ाहिश है कि मुल्क के हिंदू मज़बूत-ओ-ताक़तवर हो। शिवसेना के प्रमुख (आँजहानी बाल ठाकरे) हक़ीक़ी हिंदू हृदय सम्राट (हिंदुऔ के दिलों पर राज करने वाले) थे लेकिन उन्होंने कभी भी इक़तिदार से रग़बत का इज़हार नहीं किया।

उनकी सियासत किसी ओहदा केलिए नहीं थी लेकिन वो चाहते थे कि नई दिल्ली के जलील-उल-क़दर ओहदा मंसब पर सख़्त गीर हिंदुत्वा का हामी फ़ाइज़ होजाए। नरेंद्र मोदी 2014-ए-इंतिख़ाबात में बी जे पी के सिपहसालार हैं लेकिन उनके पास दिल्ली में इक़तिदार की तबदीली को यक़ीनी बनाने केलिए कोई जादू की छड़ी नहीं है और ना ही कांग्रेस के पास ऐसी कोई जादू की छड़ी है।