उत्तरप्रदेश के वज़ीर शैय विपाल सिंह यादव का मुतनाज़ा रेमार्क : मीडिया पर ख़ानगी बात चीत को तोड़ मरोड़ कर पेश करने का इल्ज़ामकुछ मुतनाज़ा रिमार्कस में उत्तरप्रदेश के वज़ीर पीडब्ल्यू डी मिस्टर शैय विपाल सिंह यादव ने ओहदेदारों से कहा है कि अगर वो सख़्त मेहनत करें तो अवामी रक़ूमात में से कुछ पैसा चुरा सकते हैं लेकिन उन्हें ख़ुद को डाकू के तौर पर नहीं पेश करना चाहीए ।
शैय विपाल सिंह यादव चीफ मिनिस्टर अखीलेश सिंह यादव के चचा हैं। बी जे पी और दूसरी जमातों की जानिब(तरफ) से तन्क़ीदों के बाद मिस्टर शैय विपाल सनहग यादव ने इद्दिआ किया कि ज़राए इबलाग़ में उन के रिमार्कस का ग़लत हवाला दिया है । मिस्टर यादव ने अपने रिमार्कस से एक तरह से ओहदेदारों को कुछ हद तक करप्शन की सरकारी इजाज़त दीदी थी ।
शैय विपाल सिंह यादव ने ज़िला प्रोग्राम कमेटी के इजलास(मिटींग) की कल एटाह में सदारत करते हुए कहा था कि मैं ने उसी दिन पीडब्ल्यू डी वालों से खुले आम कहदिया था अगर मेहनत करोगे तो थोड़ी बहुत चोरी करसकते हो डकैती नहीं डालोगे । उन्हों ने कहा कि अगर मेहनत करोगे जी लगावगे अगर उन्हें मीठा पानी दे दोगे तो चोरी करसकते हो ।
शैय विपाल ने आज उजलत में तलब करदा एक प्रेस कान्फ़्रैंस में अपने मौक़िफ़ की वज़ाहत करने की कोशिश की । उन्हों ने कहा कि इन के रिमार्कस का ग़लत हवाला दिया गया है । उन्हों ने इद्दिआ किया कि कल का इजलास(मीटींग) ओहदेदारों के साथ बंद कमरे में मुनाक़िदा इजलास था और मीडिया वाले इस में ज़बरदस्ती घुस आए और उन के रिमार्कस का ग़लत अंदाज़ में हवाला दिया है ।
उन्हों ने कहा कि मीडिया में इस ताल्लुक़ से जो कुछ कहा जा रहा है वो दरुस्त नहीं है । उन्हों ने कहा था कि साबिक़ा बी एस पी हुकूमत की जानिब(तरफ) से बड़े पैमाने पर कुरप्शन को हुआ दी गई थी जबकि समाजवादी पार्टी कुरप्शन को ख़तम करने के अज़म के साथ इक़तिदार पर आई है ।
उन्हों ने कहा था कि करप्शन और धोका दही को मुकम्मल रोका जाना चाहीए । सहाफ़ीयों की जानिब (तरफ)से इस ताल्लुक़ से मुसलसल इस्तिफ़सार पर मिस्टर यादव ने कहा कि उन्हों ने अपने अलफ़ाज़ वापिस ले लिए हैं। इस लिए ये मसला अब नहीं उठाया जाना चाहीए । उन्हों ने हमेशा मीडिया से तआवुन किया है इस के बावजूद वो नहीं जानते कि मीडिया उन्हें क्यों निशाना बना रहा है ।
शैय विपाल सिंह यादव ने कहा कि वो मैन पूरी और एटाह में थे । मीडिया को मदऊ नहीं किया गया था । ये ओहदेदारों के साथ इजलास(मिटींग) थे ताहम किसी तरह ये लोग वहां घुस आए और गैर रस्मी बात चीत को रेकॉर्ड करलिया । उन्हों ने कहा कि इस तरह के इक़दामात सहाफ़ती इक़दार के मुग़ाइर हैं।
इस में भी रेकॉर्डिंग का कुछ ही हिस्सा दिखाया गया है और मुकम्मल हिस्सा नहीं दिखाया गया । ये सिर्फ़ गैर रस्मी बात चीत थी । उन्हों ने कहा कि वो किसी भी वज़ाहत केलिए कभी भी दस्तयाब हैं। उन्हों ने ओहदेदारों को हिदायत दी थी कि वो करप्शन में मुलव्वस(शामिल) ना हूँ। उन्हों ने गुज़िशता चार महीनों में 125 करपट ओहदेदारों को मुअत्तल कर दिया है ।