सख़्त मेहनत, बेहतर आदात और जनरल नॉलेज कामयाबी के ज़ामिन

हैदराबाद 25 फ़रवरी: आज के मसाबिकती दौर में कामयाबी के लिए चंद बुनियादी उसूलों को अपनाना ज़रूरी है जिनमें सख़्त मेहनत, बेहतर आदात-ओ-अत्वार और जनरल नॉलेज में इज़ाफ़ा नुमायां एहमीयत रखते हैं।

इन ख़्यालात का इज़हार डीसीपी साउथ ज़ोन सत्य नाराय‌ना ने यहां इदारा सियासत के ज़ेरे एहतेमाम पुलिस कांस्टेबलस तहरीरी इमतेहान के कोचिंग क्लासेस के उम्मीदवारों से मुख़ातिब करते हुए आबिद अली ख़ां आई हॉस्पिटल दारुलशफ़ा में क्या। उन्हों कहा कि अगर हम अपने मक़सद को पेशे नज़र रखते हुए मेहनत-ओ-मेहनत करें तो कामयाबी यक़ीनन क़दम चूमती है।

उन्होंने बताया कि हुकूमत तेलंगाना तक़रीबन 9000 पुलिस कांस्टेबलस की जायदादों पर तक़र्रुत कर रही है। इस ज़िमन में इदारा सियासत की तरफ से कोचिंग क्लासेस के इनइक़ाद को उन्होंने ख़ुश आइंद क़रार दिया। उन्होंने कहा कि वो इस प्रोग्राम में शरीक हो कर ख़ुशी महसूस कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि तक़र्रुत में सिविल के साथ कम्यूनीकेशन कांस्टेबलस की जायदादें भी हैं और ये उम्मीदवारों के लिए सुनहरी मौक़ा है। अब साउथ ज़ोन में भी अक़लियती उम्मीदवारों की भर्ती यक़ीनी है। आप कामयाब होजाने पर पुलिस की मुलाज़मत यक़ीनी मिलेगी। उन्होंने सियासत की काविशों की सताइश करते हुए कहा कि सियासत उर्दू का अख़बार है और इंटरनेशनल शौहरत रखता है और पुलिस ट्रेनिंग और ज़िंदगी के मुख़्तलिफ़ शोबाजात में अपनी सरगर्मीयां जारी रखा है जिसके लिए उन्होंने ज़ाहिद अली ख़ां एडिटर सियासत और आमिर अली ख़ां न्यूज़ एडिटर सियासत को मुबारकबाद देते हुए कहा कि उनकी ख़िदमात को हम सलाम करते हैं। पुलिस ट्रेनिंग के स्टूडेंट को कामयाबी के टिप्स बताते हुए कहा कि अब 10 मीटर 15 सेकिण्ड में और 800 मीटर सिर्फ 170 सेकिण्ड में पूरा करना है इस के लिए इब्तिदा में तेज़ ना भागें बल्कि आख़िरी वक़्त में तेज़ी करें, अक्सर लोग जो शुरू में तेज़ी करते हैं वो नाकाम होजाते हैं।नौजवान तबक़ा पर-ज़ोर देते हुए कहा कि वो ग़लत आदतों झगड़ों, मामूली बातों पर लड़ने से गुरेज़ करें। एसे वाक़ियात होते हैं जो मामूली नौईयत के हैं जिसका असर बहुत बड़ा पड़ता है, जब किसी के वालिदैन अपने बच्चों को जेल में देखते हैं उन पर किया गुज़रती है, एसे वाक़ियात को ना होने दें।

मिशन चबूतरा के अवाला से उन्होंने वाक़ियात का ज़िक्र किया। उम्मीदवारों की कामयाबी की तलक़ीन के लिए चंद सवालात किए कि चारमीनार किस ने और क्यों तामीर किया? तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले हिन्दुस्तान के वज़ीर-ए-आज़म कौन थे? अब तेलंगाना से मुताल्लिक़ ज़्यादा सवालात किए जाऐंगे।

जनरल साईंस में इबतेदाई सवालात को एहमीयत दें। उन्होंने सिलसिला तक़रीर जारी रखते हुए कहा कि वो साईंस के पोस्ट ग्रेजूएट हैं और इस क्लास में साईंस पढ़ाने एक दिन ज़रूर वक़्त देंगे। ख़वातीन के लिए जहां 33फ़ीसद तहफ़्फुज़ात हैं वहीं पुलिस मुलाज़मत के हुसूल का ये ज़रीन मौक़ा है और अगर कोई कामयाबी के अक़ल्लतरीन निशानात हासिल कर लेता है तो इस इलाके में जहां मुक़ाबिला है आपको मुलाज़मत आसानी से मिल जाती है।इस कोचिंग से सैंकड़ों स्टूडेंट इस्तेफ़ादा कर रहे हैं। अब अज़ला के स्टूडेंट के लिए मुफ़्त रिहायश के साथ इंतेज़ाम किया जा रहा है।