सचिन का बेहतरीन दौर गुज़र चुका है, जेफ लासन का इजहार‌

सिडनी 18 फरव‌री : साबिक़ ऑस्ट्रेलियाई बोलर जेफ लासन ने कहा है कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर अपने बेहतरीन दौरसे आगे बढ़ चुके हैं और उनके कैरियर के उरूज का दौर ख़त्म होचुका है । सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड में अपना एक मज़मून तहरीर करते हुए उन्होंने कहा कि सचिन तेंदुलकर ने गुजिशता 33 ऱेस्ट मेचस और दो साल के अर्सा में कोई सेचुय‌री स्कोर नहीं की है और उनकी 100 वीं इंटरनेशनल सेंचुय‌री के ताल्लुक़ से बहुत ज़्यादा हुवा खड़ा किया गया था ।

गुजिशता मौसिम-ए-गर्मा में उन्होंने दौरा ऑस्ट्रेलिया में अपने फ़ार्म के लिए काफ़ी जद्द-ओ-जहद की थी । लासन ने कहा कि सचिन तेंदुलकर अपनी बालादस्ती और रवानी से महरूम होचुके हैं। गुजिशता दौरा में उनकी नाकामी को ऑस्ट्रेलियाई पिचस की उछाल और तेज़ी को ज़िम्मेदार क़रार दिया गया था

इससे पहले के दौरों में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई पिचस की उछाल और तेज़ी के अलावा सवोइंग से भी बहुत अच्छी तरह निमटा था और अच्छे स्कोर किए थे । उन्होंने कहा कि सचिन तेंदुलकर के फ़ार्म में गिरावट अब एक मुस्लिमा हक़ीक़त है हालाँकि वो टेस्ट क्रिकेट में 15 हज़ार से ज़ाइद रंस‌ रखते हैं।

उन्हों ने कहा कि सचिन तेंदुलकर को बेरूनी बर्र-ए-आज़म में बहुत ज़्यादा मक़बूलियत हासिल है और वो सब से ताक़तवर शख्सियत के मालिक हैं। अगर कोई वहां कोई पहाड़ की चोटी सर कर सकता है तो इस के लिए सचिन तेंदुलकर को कोई मेहनत नहीं करनी पड़ेगी

उनके प्रस्तार हरगाम पर इनका साथ देंगे । अगर आख़िरी मर्तबा सचिन तेंदुलकर एक बार फिर कोई कारनामा अंजाम देने में कामयाब हूजाए तो सारे प्रस्तार उन के साथ हूजाएंगे । लासन ने कहा कि सचिन तेंदुलकर के साथ अक्सर ऐसा भी हुआ है कि अगर सचिन स्कोर करने में कामयाब नहीं हुए तो सारी टीम को उस की कीमत चुकानी पड़ी है ।

उन्होंने कहा कि सचिन ने हाल ही में इरानी ट्रॉफ़ी में खेलते हुए मुंबई के लिए एक सेंचुय‌री स्कोर की । उन्होंने जुमला चार मेचस में दो सेंचुयरियाँ स्कोर की हैं और ये स्कोरस फ़स्ट क्लास क्रिकेट में सचिन की बरक़रारी को तवालत दे सकते हैं।

लासन के ख़्याल में टेस्ट सीरीज़ में अगर ऑस्ट्रेलियाई फ़ासट बोलर्स सचिन को जल्दी आउट करने में कामयाब होजाते हैं तो फिर टीम का इमतिहान होसकता है । अगर वो अच्छा मुज़ाहरे करसकते हैं तो ये बहतरीन फ़ार्म में सबकदोशी का इशारा भी होसकता है लेकिन अगर सचिन को देखें तो ये फैसला फिर उन के सिवा कोई और नहीं करसकता।